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दूर करनी है बिहार की बदहाली, पहले समझें यह कहानी

हे बिहार के भाग्य विधाता! सुन लो मेरी पुकार श्रीधर पाण्डेय , पटना। किसी भी राष्ट्र में अमन, चैन, खुशहाली एवं शांति का वातावरण तब तक तैयार नहीं हो सकता, जब तक उस समाज में बेरोजगारी जैसी बीमारी की जड़ बढ़ती ही जा रही हो।आज हम अन्य ग्रहों पर जाने एवं वहाँ की जानकारी के लिए लालायित जरूर है लेकिन हमारा एक समाज रोटी से भी ज्यादा गरीब है इस बात को भूल जा रहे हैं।आर्थिक असमानता ही समाज में अपराध को जन्म देती इस बात से इनकार नहीं किया जाRead More


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