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2015 में राजपूतों का ‘भरोसा’ हासिल नहीं कर पायी थी भाजपा
2015 में राजपूतों का ‘भरोसा’ हासिल नहीं कर पायी थी भाजपा बीजेपी के 30 उम्मीदवार में सिर्फ 8 जीत पाये थे वीरेंद्र यादव.पटना। 2015 के विधान सभा चुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक भरोसा राजपूत जाति पर किया था। उस समय भाजपा के एक खेमे ने यह प्रचारित भी किया था कि पार्टी की सरकार बनी तो राजेंद्र सिंह मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे। चुनाव के समय ही अचानक राजेंद्र सिंह का नाम उभरा था, जो झारखंड में पार्टी संगठन के किसी बड़े पद पर थे। लेकिन राजपूतों ने भाजपा कोRead More
हथुआ के विधायक रामसेवक सिंह के खिलाफ ‘पोलखोल’ अभियान
संवाददाता, गोपालगंज. हथुआ के विधायक व नीतीश सरकार के कैबिनेट मंत्री रामसेवक सिंह को स्वीट प्वाइजन यानी मीठा जहर बताते हुए दलित ओबीसी जनजागरण संघ के संयोजक संजय स्वदेश ने कटाक्ष किया है. संजय ने कहा है कि अच्छे चाल चलन और बात विचार का ढोंग कर हथुआ के विधायक रामसेवक सिंह 15 साल से पब्लिक को केवल झांसा देने का काम कर रहे हैं. यदि इनका असली चरित्र जानना हो तो उन लोगों से पूछना चाहिए जो किसी समस्या का समाधान के लिए इनके दरवाजा पर जाते हैं और अपमानRead More
सऊदी में तबीयत बिगड़ने से गोपालगंज के युवक की मौत
सुनील कुमार गुप्ता, संवाददाता, पंचदेवरी ।(गोपालगंज)। प्रखंड क्षेत्र के एक युवक की सऊदी अरब में तबीयत बिगड़ने मौत हो गई है। बताया जाता है कि मृत युवक प्रखंड क्षेत्र के महेशपुर गांव निवासी जलील मियां का पुत्र अब्दुल कलाम था। मिली जानकारी के अनुसार कलाम पिछले 2009 से ही विदेश रहता था। अब जल्द ही घर आने वाले भी था। कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन हो जाने के कारण नहीं आ सका। करीब एक माह पहले अचानक उसकी तबीयत खराब हो गयी। उसके साथियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया।Read More
गोपालगंज रूपंचक नरसंहार में जिंदा बचे जेपी यादव का सीएम के नाम खुला पत्र
डीजीपी को लताडते हुए कहा – इंक़लाब जिंदाबाद गोपालगंज रूपंचक नरसंहार में जिंदा बचे जेपी यादव का सीएम के नाम खुला पत्र माननीय मुख्यमंत्री जी, मेरे माँ, बाप और भाई की हत्या पर आपकी खामोशी कई सवाल खड़े कर रहा है…. आप या आपका कोई भी प्रतिनिधि मुझसे या मेरे परिवार वालो से मिलने तक नही आया, यह जानने तक नही आया कि हम या हमारे परिवार वाले कैसे जिन्दा है, कैसे हालात में है…??? और दुख तो आपकी संवेदना और न्याय दिलाने की घोषणा का इंतजार करते हुए होRead More
वर्चुअल रैलियों से बदल जाएगी चुनावी बिहार की राजनीतिक तस्वीर
सोशल मीडिया पर नेता बढ़ा रहे फॉलोवर्स पटना, रमण शुक्ला। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बिहार विधानसभा चुनाव इस बार कई मायने में नई इबारत लिखेगा। वर्चुअल रैली बिहार के लिए नई है। बिहार में पहली बार इसका व्यापक प्रयोग होने की उम्मीद है। यानी इस बार पारंपरिक रैलियां कम हो जाएंगी। चुनावी साल में गांधी मैदान में सभी दलों की अलग-अलग कम से कम पांच बड़ी चुनावी रैलियां होती हैं। लेकिन इस बार शायद नहीं होंगी। पार्टियों का खर्च घटेगा। बांस-बल्ली, टेंट, गाड़ी, लाउडस्पीकर, पर्चे, बैनर, पोस्टर के खर्चेRead More