#Buddhism in bihar

 
 

Vuln!! Path it now!!

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बिहार की हिडेन हिस्ट्री : अंगुलिमाल परित्त

अंगुलिमाल परित्त पुष्यमित्र के फेसबुक टाइमलाइन से साभार यतो हम भगिनी अरियाय जातियो जातो नभि जानामि सनसिक्का पणाम जीविता वोरोपिता। तेना सक्केना सोत्ति ते होतु गबभासा। अर्थ- हे बहन, मैंने इस नए जन्म अपनी जानकारी में किसी का अहित नहीं किया है। इसलिये तुम्हारा दुख दूर होगा और तुम्हारे गर्भ में पल रहे शिशु का भी। थेरवाद(हीनयान) बौद्धों के घर में जब शिशु का जन्म होने वाला होता है, तब कोई भिक्खु आकर यह मंत्र गर्भवती स्त्री को कहता है। भावना यह होती है कि गर्भवती स्त्री का कष्ट दूर होRead More


बिहार की हिडेन हिस्ट्री : संघमित्ता-संघमित्रा

Bihar Katha

संघमित्ता-संघमित्रा पुष्यमित्र, फेसबुक से साभार श्रीलंका में दिसंबर महीने के पूर्णिमा की तिथि को एक पर्व मनाया जाता है, उदुवापा पोया. पोया का आशय संभवतः पूर्णिमा से ही है. क्योंकि वहां हर महीने की पूर्णिमा तिथि को कोई न कोई पोया पर्व मनाया जाता है. हर पोया पर्व बौद्ध धर्म से संबंधित है. उदुवापा पोया पर्व जो साल का आखिरी पर्व है, उसे एक और नाम से भी पुकारा जाता है, संघमित्ता डे. संघमित्ता डे यानी संघमित्ता दिवस. संघमित्ता मने संघमित्रा, दुनिया के सर्वकालिक महान राजा में से एक अशोकRead More


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