#Bihar top

 
 

बिहार में बदलनी होगी सत्‍ता की आर्थिक संस्‍कृति

वीरेंद्र यादव की पोलिटिकल डायरी  राजनीति का सीध संबंध सत्‍ता से है और सत्‍ता का सीधा संबंध संपत्ति से है। संपत्ति के साथ जुड़ा शब्‍द है धन-संपत्ति। धन से जुड़े कई मुहावरे हैं। हम मुहावरों की बात नहीं कर रहे हैं। हम धन की बात कर रहे हैं। बोलचाल की भाषा में ‘माल’ भी कहते हैं। बिहार में बहुत सारे विधायक करोड़पति हैं। विधायक के साथ सत्‍ता खुद-ब-खुद जुड़ जाती है। बिहार में सत्‍ता की राजनीति कमाई का नहीं, लूटने का माध्‍यम है। हर विधायक मंत्री बनना चाहता है, कमानेRead More


बिहार की राजनीति को समझना आसान नहीं

निशिकांत ठाकुर बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एन डी ए का फिर से सरकार बना लेना, वहां के मतदाताओं का एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय है । इस नए सरकार के गठन के लिए सारा श्रेय एन डी ए और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है । वह इसलिए कि चौथी बार किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार के लिए संभव नहीं था कि वह फिर से चुनाव जीतकर सरकार बना ले । जनता उनसे खीझ चुकी थी और नीतीश जी स्वयं जनता से चिढ़ चुके थेRead More


कंफ्युजन में क्यों हैं गोपालगंज में यादव समाज के कुछ लोग ?

कंफ्युजन में क्यों हैं गोपालगंज के कुछ यादव समाज के लोग साधु यादव के चक्कर में आकर तेजस्वी यादव को करेंगे कमजोर मायावती अखिलेश यादव को यूपी में दे चुकी हैं गच्चा, उसी के हाथी पर सवार है साधु साधु के सांसद रहते दबंगई करने वाले अभी हाशिये पर हैं, वे साधु के सहारे फिर से जिले में वर्चस्व दिखाने के फिराक में हैं. विशेष संवाददाता. गोपालगंज. गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक लडाई पूरी तरह से दिलचस्प होकर एक रोचक मोड पर खडी हो गई है. आमने सामने के उम्मीदवार भाजपाRead More


तीन राज्यों में कामयाबी से बढा कांग्रेस का हौसला, बिहार में चाहिए अब ज्यादा शेयर

Bihar Assembly Election: कामयाबी से जोश में है अब कांग्रेस, बिहार में चाहिए अधिक सीटें पटना [एसए शाद]। तीन राज्यों में हाल में हुए चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस विधानसभा चुनाव में पहले से अधिक सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है। महागठबंधन में पार्टी इसके लिए दबाव बनाएगी। पार्टी यह तर्क भी दे रही है कि जब महागठबंधन से जदयू अलग हो चुका है तो ऐसे में महागठबंधन में दूसरा सबसे बड़ा दल कांग्रेस ही है। स्वाभाविक रूप से तब कांग्रेस को अधिक सीटें मिलनी चाहिए। पांच सालRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com