bihar story
सहकारी समितियां भी बदल सकती हैं वोट का समीकरण
संपन्नता की राह सहकारिता ——————– सहकारी समितियां भी बदल सकती हैं वोट का समीकरण अरविंद शर्मा, नई दिल्ली ——————– राजनीति में सहकारी समितियों ने धन का स्रोत बढ़ाया, कार्यकर्ताओं को मिला संरक्षण, देश में साढ़े आठ लाख सहकारी समितियां, एक लाख पैक्सों से 13 करोड़ लोग जुड़े, दो लाख नए पैक्स बनने हैं, जो बड़ा वोट बैंक साबित हो सकते हैं ——————- सहकारिता संस्कृति के रूप में राजनीति का एक पुराना मोर्चा फिर से धीरे-धीरे सशक्त होने लगा है। लगभग तीन दशकों से इस क्षेत्र में ठहराव आ गया था।Read More
ऊधो मोहि ब्रज बिसरत नाही
ऊधो मोहि ब्रज बिसरत नाही पंडित अनूप चौबे कंस वध के बाद मथुरा में पहली बार रंगोत्सव का त्योहार मनाया जा रहा है। चारो ओर गीत, ढप, झांझर, और उल्लास का शोर है। निर्द्वन्द्व और अभय के वातावरण में पौधे प्राणी मानव आज खुलकर उत्सव मना रहे पर कृष्ण यमुना के इस पार खड़े होकर उस पार निरंतर निहारे ही जा रहे हैं। ‘उस पार क्या देख रहे हो मित्र? होली नही खेलोगे?’ उद्धव ने कन्हैया कर कंधे पर हाथ रखा। ‘किंचित अब नही मित्र। मेरी होली तो मेरी बांसुरीRead More
असली सन आफ मल्लाह कौन ?
Nirala Bidesia खबर है कि महागंठबन्धन के प्रेस कांफ्रेंस से ही सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी बाहर निकल गए। निकलते हुए कहे कि उनके पीठ में छूरा मारा गया। संभव है कल को मुकेश फिर महागंठबन्धन में ही आ जाए। यह कोई आश्चर्यजनक बात नही होगी। संभव है एनडीए में आ जाए। संभव है अब दोनों में कोई भाव न दे। चुनाव के वक्त जब तक सियासी समीकरण दुरुस्त न हो जाए,कुछ भी हो सकता है। होते रहा है। मुकेश सहनी को तेजस्वी ने भाव नही दिया या एनडीए बहुतRead More