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भूमिहारों के लिए ‘बांझ’ हो गया एमएलसी का विधान सभा कोटा
16वीं विधानसभा से एक भी भूमिहार नहीं बने एमएलसी वीरेंद्र यादव, पटना। बिहार विधान परिषद की 75 सीटों में 27 सीटें विधान सभा कोटे के लिए निर्धारित हैं। इन 27 सीटों के लिए विधायक मतदान करते हैं और उनके वोट से ही एमएलसी बनते हैं। विधान परिषद के लिए हर दो साल पर चुनाव होता है। वर्तमान व्यवस्था के अनुसार, एक बार में 11, दूसरी बार में 9 और तीसरी बार में 7 सीटों के लिए चुनाव होता है। 16वीं विधान विधान सभा का गठन 2015 में हुआ था। इसRead More
5-5 ब्राह्मण-भूमिहार विधान पार्षदों का मई में टर्म हो रहा है पूरा
वीरेंद्र यादव बिहार विधान परिषद के 27 सदस्यों का कार्यकाल आगामी मई महीने में पूरा हो रहा है। जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें से कुछ की पुनर्वापसी भी संभव है। कार्यकाल पूरा कर रहे 27 सदस्यों में ब्राह्मण और भूमिहार जाति के 5-5 सदस्य हैं। यादव विधान पार्षदों की संख्या 3 है। इसके अलावा कायस्थ, मुसलमान और कुर्मी सदस्यों की संख्या 2-2 है। जबकि राजपूत, बनिया, धानुक, पासी, पासवान, तुरहा, पनेरी और बिंद सदस्यों की संख्या एक-एक है। कार्यकाल पूरा करने वाले सदस्यों की जातिवार सूचीRead More
इसलिए ब्राह्मण-भूमिहार की पार्टी में चल रहा है ‘बनिया राज’
वीरेंद्र यादव.पटना. बिहार भाजपा ब्राह्मण-भूमिहार की पार्टी मानी जाती है। इसे हम बी थ्री यानी ब्राह्मण, भूमिहार व बनिया की पार्टी कहते रहे हैं। इस पार्टी को चलाते ब्राह्मण-भूमिहार हैं और ढोते बनिया हैं। वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्ता भाजपा और बनिया की अंतर्संबंध पर एक रोचक कहानी सुनायी थी। संदर्भ भाजपा के सदस्यता अभियान का था। सदस्यता अभियान के दौरान आमतौर पर कहा जाता है- ‘भाजपा का मेंबर बनिये।’ दूसरे शब्दों में इसे यह मान लिया जाता है कि बनिया समाज भाजपा का ही मेंबर है। लेकिन भाजपा में ‘बनिया राज’Read More