#(यह तस्वीर मित्र अश्विनी पंकज की मक्खलि पर लिखी मगही पुस्तक खांटी किटकिटिया से साभार)

 
 

बिहार की हिडेन हिस्ट्री : आजीवक-मक्खलि गोसाल

आजीवक-मक्खलि गोसाल पुष्यमित्र के facebook  से  ईसा मसीह के चरनी में जन्म लेने से अमूमन 520-30 साल पहले मगध में मक्खलि गोसाल ने अपनी गुहाल में जन्म लिया था। बाद में वह आजीवक सम्प्रदाय का सबसे बड़ा दार्शनिक साबित हुआ। उसके द्वारा स्थापित यह सम्प्रदाय उसकी मृत्यु 15-16 सौ साल बाद तक चलता रहा। यह उस मगध की धरती का सबसे बड़ा संत था, जो एक जमाने में गौतम बुद्ध और वर्धमान महावीर की ज्ञान की तलाश की भूमि रही है। वह मगध जो व्रात्यों और वेद, यज्ञ विरोधी निरीश्वरवादीRead More


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