बिहार के राजनीतिक इतिहास के एक अनोखे नायक की कहानी जिसने तोडा बिहार में पर्दा प्रथा

 
 

बिहार के राजनीतिक इतिहास के एक अनोखे नायक की कहानी जिसने तोडा बिहार में पर्दा प्रथा

निराला विदेशिया आज 28 अप्रैल है। ऐतिहासिक दिन। पूरे देश के लिए। बिहार के लिए तो और विशेष। 1928 का साल था। आज ही की रात थी,जब बिहार का एक नौजवान अपनी नवविवाहिता पत्नी को, उसके 14 माह के बच्चे के साथ,पत्नी के मायके से लेकर निकल गया था। गया जिले के एक सुदूर गांव मंझवे से। वह नौजवान कोई और नही, रामनन्दन थे। बिहार के राजनीतिक इतिहास के एक अनोखे नायक। शाश्वत विद्रोही नायक। हुआ यह था कि गांधी जी दरभंगा आये। दरभंगा आये तो उन्होंने देखा कि महिलाएंRead More


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