स्व. भिखारी ठाकुर की जयंती पर विशेष सबसे कठिन जाति अपमाना / ध्रुव गुप्त लोकभाषा भोजपुरी की साहित्य-संपदा की जब चर्चा होती है तो सबसे पहले जो नाम सामने आताRead More
त्योहारों के देश भारत में कई ऐसे पर्व हैं, जिन्हें कठिन माना जाता है, यहां कठिन शब्द से तात्पर्य है, उस पर्व में पवित्रता, स्वच्छता का विशेष ख्याल रखना। छठRead More
क्या बिना मारे नहीं पढ़ा सकता शंभुआ! बोधिसत्व मेरे एक अध्यापक थे शंभु नाथ दुबे। वे हमारे गांव के प्रायमरी में पढ़ाते थे। उनका गांव भी एक गांव छोड़ करRead More
मधु जी को जैसा देखा जाना जयशंकर गुप्त ( मधुलिमये जनमशती वर्ष समापन दिवस पर ) जिनके साथ आप कभी बहुत गहरे जुड़े रहे हों, जिनके बारे में बहुत अधिकRead More
भाजपा में क्यों नहीं है इकोसिस्टम! संजय तिवारी मोदी कांग्रेस इकोसिस्टम की बात खूब करते हैं तो फिर बीजेपी का कोई इकोसिस्टम क्यों नहीं बनता? बनता भी है तो वहRead More
क्राइम कन्ट्रोल का बिहार मॉडल ! पुष्यमित्र आनंद मोहन, पप्पू यादव, शाहबुद्दीन, मुन्ना शुक्ला, अनंत सिंह, वगैरह वगैरह। ये कुछ नाम हैं, जो महज डेढ़ दो दशक पहले तक बिहारRead More
चैत्र शुक्ल नवरात्रि विशेष : ——————————— दरअसल सालभर में दो बार नवरात्रि त्योहार मनाया जाता है। नवरात्रिका मतलब है नौ दिव्य रातें। इस नौ रातें अवधि के दौरान देवी दुर्गाRead More
ऊधो मोहि ब्रज बिसरत नाही पंडित अनूप चौबे कंस वध के बाद मथुरा में पहली बार रंगोत्सव का त्योहार मनाया जा रहा है। चारो ओर गीत, ढप, झांझर, और उल्लासRead More
संजय तिवारी किसी गृहस्थ के कंधे पर सबसे बड़ा बोझ होता है कि कन्या का विवाह। यही सबसे बड़ा सुख भी होता है। संसार में जो खुशी कन्यादान से मिलतीRead More
स्वरा भास्कर की शादी के बहाने समझे समाज की मानसिकता पुष्यमित्र सच तो यह है कि भले हम सबके हाथ में मोबाइल आ गया है और हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस केRead More