फायदा पहुंचाने के एवज में लालू का सहकारिता के पांच प्लॉट पर कब्जा : सुशील
पटना. ब्यूरो. बिहार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ‘मंत्री और विधान पार्षद बनाने के बदले जमीन’ मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल(राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ जारी आरोपों की कड़ी में नया खुलासा करते हुये आज कहा कि श्री यादव ने फायदा पहुंचाने के एवज में पार्टी सदस्यों को विधायक सहकारिता के तहत मिले पांच प्लॉटों पर कब्जा कर लिया। श्री मोदी ने यहां जनता दरबार के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराकर मामले का खुलासा करते हुये कहा, “श्री यादव ने रेलमंत्री के कार्यकाल के दौरान पद का दुरुपयोग करते हुये बिहार सांसद एवं विधानमंडल सदस्य सहकारी गृह निर्माण समिति के तहत एक से अधिक प्लॉट अपने नाम लिखवा लिया जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। साथ ही राजद अध्यक्ष ने विधान पार्षद बनाने के एवज में पार्टी सदस्य बादशाह प्रसाद आजाद से लाखों रुपये मूल्य का प्लॉट केवल 37 हजार रुपये में लिखवाया। भाजपा नेता ने कहा कि इस प्रकार लाभ पहुंचाने के एवज में श्री यादव ने सहकारिता के कुल पांच प्लॉटों प्लॉट संख्या 207, 208, 209, 210 और 211 पर व्यवहारिक रूप से कब्जा कर लिया है जबकि सहकारी समिति के बायलॉज के प्रावधान के अनुसार किसी भी सदस्य को एक से अधिक प्लॉट लेने की अनुमति नहीं होगी। श्री मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि जब सहकारी समिति के बायलॉज में एक ही प्लॉट आवंटित करने का प्रावधान है तो फिर तत्कालीन रेल मंत्री श्री यादव एवं उनकी पत्नी राबड़ी देवी (पूर्व मुख्यमंत्री) ने पद का लाभ उठाकर पूर्व विधान पार्षद बादशाह प्रसाद आजाद से प्लॉट संख्या 2017 केवल 37 हजार रुपये में कैसे लिखवा लिया।
भाजपा नेता ने लालू परिवार द्वारा कब्जा किये गये एक से अधिक प्लॉटों का विवरण देते हुये कहा कि श्रीमती राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री पद के प्रभाव का बेजा इस्तेमाल कर पूर्व मंत्री सुधा श्रीवास्तव से प्लॉट संख्या 151 और फिर राजद कोटे से राज्य के वर्तमान वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से अदला-बदली के नाम पर प्लॉट संख्या 209 लिखवा लिया। उन्होंने कहा कि इन प्लॉटों का हस्तांतरण सहकारिता समिति के बायलॉज के प्रावधानों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि जमीन देकर मंत्री बनने वालों की सूची में श्रीमती कांति सिंह और रघुनाथ झा के बाद अब श्री बादशाह प्रसाद आजाद, श्रीमती सुधा श्रीवास्तव एवं श्री अब्दुल बारी सिद्दीकी का नाम भी जुड़ गया है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता समिति पर पूरी तरह से राजद का कब्जा होने के कारण सामुदायिक भवन निर्माण के लिए खाली रखे गये प्लॉट संख्या 210 को श्री यादव के साले अनिरुद्ध प्रसाद यादव उर्फ साधु यादव को दे दिया गया ताकि लालू परिवार पांच प्लॉटों का व्यवहारिक रूप से इस्तेमाल कर सके। उन्होंने कहा कि समिति पर श्री यादव और उनकी पार्टी के वर्चस्व का इससे से भी पता चलता है कि सामुदायिक भवन के लिए सुरक्षित प्लॉट भी उन्हे दे दिया गया और बाद में इस भवन निर्माण के लिए प्लॉट संख्या 229 आवंटित किया गया।
श्री मोदी ने कहा कि समिति के नियमों धज्जी उड़ाने का खुलासा तो राजद कोटे से केंद्र में मंत्री रहे प्रेमचंद्र गुप्ता को आवंटित हुये प्लॉट संख्या 211 से भी होता है। उन्होंने कहा कि समिति ने इस प्लॉट को बिना आवंटित किये ही श्री गुप्ता के नाम निबंधन करा दिया और फिर बाद में आवंटन किया गया जबकि नियम के अनुसार आवंटन होने से पहले रजिस्ट्री नहीं कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में बनी इस समिति के इस प्लॉट को लालू के करीबी को आवंटित करने के लिए वर्ष 2006 तक खाली रखा गया।
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