लालू के परिवार ने मॉल के लिए जो जमीन कंपनी से खरीदी, उसका आवंटन अटल बिहारी बाजपेयी सरकार ने किया था

सुशील मोदी पर लालू का पलटवार:  कहा, मॉल की सच्चाई भी जान लें मोदी
विशेष संवाददाता, बिहार कथा. पटना।  बिहार सरकार में मंत्री और बेटे तेज प्रताप पर लगे कथित मिट्टी घोटाले के आरोपों पर राजद प्रमुख लालू यादव ने रविवार को चुप्पी तोड़ी। लालू ने बेटे का बचाव करते हुए कहा, घोटाला-घोटाले वो लोग करते हैं, जो खुद घोटालेबाज होते हैं। जू को कोई मिट्टी नहीं बेची गई। वो हमारे परिवार को बदनाम कर रहे हैं। तेज प्रताप और तेजस्वी ने चुनाव आयोग से कोई जानकारी नहीं छिपाई। लालू ने कहा है कि हम लोग मुकदमेबाज नहीं है, इसलिए सुशील मोदी पर केस नहीं करेंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा है कि आरोप बेबुनियाद निकला तो चिड़ियाखाना को मिट्टी बेचने की बात से भाजपा नेता सुशील मोदी कन्नी कटाने लगे। मॉल की सच्चाई भी सामने आने पर उनकी बोलती बंद हो जाएगी। सच्चाई तो नौ साल पहले 2008 में ही सामने आ चुकी थी। तब भी लोगों ने मामले को उठाया और उनको मुंह की खानी पड़ी थी।
सीएम और चुनाव आयोग को पहले ही दी गई है एक-एक चीज की जानकारी
अपने आवास पर रविवार को प्रेस से बातचीत में लालू प्रसाद ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट तक से क्लीनचिट मिली है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक किया है। मुख्यमंत्री को ब्योरा दिया गया है और चुनाव आयोग को भी। मोदी को शक है तो एफीडेविट के शेयर कॉलम में देखें। सभी कंपनियों के शेयर मिल जाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक मॉल की जमीन के बदले में कोचर भाइयों को रांची और पुरी में रेल यात्री निवास देने का आरोप है तो बता दें कि आवंटन के 22 महीने पहले ही मॉल की जमीन की खरीद डिलाइट मार्केटिंग ने की थी। यात्री निवास का आवंटन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा गठित आईआरसीटीसी ने खुली निविदा से किया था। उच्चतम बोली लगाने वाले को टेंडर मिला। कोलकाता और दिल्ली में भी यात्री निवास मेघालय होटल और टाटा समूह को दिये गये। इसमें रेल मंत्री का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। अगर मेरे द्वारा इसका आवंटन किया गया तो मोदी फाइल दिखाएं।
अनुमति लेकर खरीदी डिलाइट कंपनी ने खरीदी थी जमीन
लालू ने कहा कि डिलाइट मार्केटिंग ने जमीन सिलिंग एक्ट के तहत अनुमति लेकर खरीदी थी। सर्किल रेट और जमीन की कीमत का भुगतान चेक से किया गया। बूम आया तो रीयल स्टेट की कीमत बेतहाशा बढ़ी। उस जमीन की कीमत भी बढ़ी। उसी जमीन पर मेरिडीयन कंस्ट्रक्शन ने मॉल बनाना शुरू किया है। इसमें पूरा पैसा निर्माण कंपनी का लगेगा। 2014 में पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने डिलाइट मार्केटिंग के शेयर खरीदे थे। सौ रुपये के फेस वैल्यू वाले शेयर की खरीद कई गुना अधिक दाम पर की। हमारी बेटी चन्दा और रागिनी के शेयर होल्डर होने की बात तो पूरी तरह गलत है। अलबत्ता राबड़ीजी ने दोनों बेटों को शेयर गिफ्ट जरूर किया था।






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