गोदाम का निर्माण नहीं कराने वाले पैक्स अध्यक्षों पर होगा एफआईआर:
जिला कृषि पदाधिकारी समेत सभी प्रख्ंाड कृषि पदाधिकारियों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित
जिला कृषि कार्यालय की होगी अपर समाहर्ता के नेतृत्व में जांच
छपरा । जिन पैक्स अध्यक्षों द्वारा निविदा के निस्तार के उपरांत भी अभी तक गोदाम,गैसीफायर का निर्माण नहीं कराये जाने के मामलें को डीएम दीपक आनंद ने गंभीरता से लेते हुए आज जिला कृषि टास्कफोर्स की बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जो पैक्स अध्यक्ष अगले एक सप्ताह मेंगोदाम निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कर लेते है उनके विरूद्ध सरकारी राशि के गबन का मुकदमा थाने में दर्ज कर प्रतिवेदन गोपनीय शाखा में उपलब्ध कराये। उन्होने कहा कि ऐसी महत्वकांक्षी योजना में बाधा डालने वाले पैक्स अध्यक्षों को निलंबित/पदच्युत करने की भी कार्रवाई आरंभ की जाय। जिला पदाधिकारी श्री आनंद आज समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित कृषि टास्क फोर्स की बैठक में कृषि, पशुपालन, उद्यान, गव्य विकास, सहकारिता, मत्स्य पालन समेत बाढ़ नियंत्रण एवं नहर विकास की योजनाओं की समीक्षा की। डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी एवं प्रख्ंाड कृषि पदाधिकारियों के कार्यकलाप पर असंतोष व्यक्त किया और जिला कृषि पदाधिकारी से लेकर प्रखंड स्तर तक के कृषि पदाधिकारियों का वेतन भुगतान अगले आदेश तक स्थगित करने का आदेश दिया। साथ ही विशेष कार्य पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिला कृषि पदाधिकारी के कार्यालय की जांच अपर समाहर्ता के नेतृत्व में दो वरीय उप समाहर्ताओं के साथ कराने हेतु आदेश निर्गत किया जाय। ज्ञातव्य है कि पिछली बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा दिये गये अधिकांश निदेशों का अनुपालन जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा आज की बैठक में नहीं किया गया था और न ही प्रतिवेदन संतोषप्रद था। डीएम श्री आनंद ने जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी, सारण को निर्देश दिया कि जिन 52 किसानों, मत्स्य पालकों को चिन्हित कर वर्मी कम्पोस्ट, बेड निर्माण तथा मत्स्य पालन के लिए समस्तीपुर जिला के ताजपुर प्रख्ंाड के कोठेया ग्राम एवं सराय रंजन में एक्सपोजर विजीट के लिए भेजा गया था, से संबंधित फोटोग्राफ 24 घंटें अंदर उपलब्ध करायें। साथ ही डीजल अनुदान, कृषि से संबंधित योजनाओं में लाभुकों को दिये गये लाभ तथा गव्य विकास योजना से संबंधित लाभुकों की सूची भी उनके पूर्ण पता के साथ अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। किसान भवनों के निर्माण कार्य में प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए डीएम ने कार्यपालक अभियंता भवन एवं क्षेत्र अभियंत्रण संगठन को किये गये कार्यो की सूची उपलब्ध कराने का निर्देष दिया ताकि प्रतिवेदन कार्यो का सत्यापन कराया जा सके। चेतावनी दी कि सत्यापन में गलत प्रतिवेदन पाये जाने पर उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। एकमा एवं दिघवारा में निर्मित ई किसान भवनों को अविलंब विद्युत कनेक्शन निर्गत करने का निदेश विद्युत कार्यपालक अभियंता को दिया। जिला सांख्यिकी कार्यालय के निर्माण के लिए क्षेत्र अभियंत्रण संगठन को समाहरणालय परिसर अंतर्गत भूमि उपलब्ध कराने तथा रिविलगंज, नगरा, जलालपुर एवं लहलादपुर में ई-किसान भवन निर्माण के लिए भूमि चिन्हित कर उपलब्ध कराने का निदेश संबंधित अंचल अधिकारी को दिया। डीएम श्री आनंद द्वारा किसानों से प्राप्त सभी मिट्टी जाँच के नमूनों को अपलोड करने के बाद मृदा स्वास्थ्य प्रतिवेदन जिन किसानों को निर्गत किया गया है उसकी सूची बैठक के उपरांत उपलब्ध कराने का निदेश दिया। उन्होने प्रख्ंाड कृषि पदाधिकारी, कृषि सलाहकारों द्वारा आयोजित किसान पाठशाला में लाभान्वित किसानों की सूची एवं आयोजन का फोटोग्राफ उपलब्ध कराने का निदेश दिया। डीएम श्री आनंद द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को यह निदेश दिया गया कि उर्वरक विक्रेताओं के भंडार पंजी का सत्यापन कराया जाय तथा उर्वरक काला बाजारी को रोकने के लिए नियमित अंतराल पर छापेमारी भी करायी जाय। यह स्प
ष्ट किया गया कि जिले में सिर्फ नविनिकृत अनुज्ञप्तिधारी उर्वरक विक्रेताओं द्वारा ही उर्वरक बेचा जाय। साथ ही प्रत्येक प्रख्ंाड में उर्वरक निगरानी समिति की बैठक कराने का निदेश दिया गया। विद्युत कार्यपालक अभियंता द्वारा नावार्ड फेज -8 एवं 11 के उर्जान्वित प्रतिवेदन 100 नलकूपों का निरीक्षण कर सत्यापन प्रतिवेदन उपलब्ध कराने तथा अविलंब उर्जान्वित नलकूपों को हस्तगत कर चालू किये जाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता नलकूप प्रमंडल को दिया गया। डीएम श्री आनंद ने कार्यपालक अभियंता, सारण नहर प्रमंडल छपरा, एकमा, मढौरा एवं महाराजगंज को नहर प्रणाली के पूर्ण स्थापना कार्य को सतत् पर्यवेक्षण करने तथा किये जा रहे कार्यो की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। साथ ही कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल छपरा को सभी बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो को 15 मई 2015 के पूर्व पूर्ण कर लिये जाने एवं निरीक्षण कराये जाने का निर्देष दिया गया। बैठक में अनुपस्थित कार्यपालक अभियंता, राजकीय नलकूप से स्पष्टीकरण पूछने एवं वेतन बंद करने का आदेश दिया। बैठक में वरीय उप समाहर्ता आपदा प्रबंधन, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी तथा कृषि टस्क फोर्स से जुड़े सभी जिला स्तरीय एवं प्रख्ंाड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
विद्यालयों में छात्रों का फर्जी नामांकन जांचोपरांत रद्द हो: डीएम
निजी विद्यालयों में वर्तमान शिक्षण सत्र में 25 प्रतिशत गरीब एवं जरूरमंद छात्रों का नामांकन हो
तीन महीने से फरार शिक्षकों को हटाते हुए 30 अप्रैल तक प्रतिवेदन भेजा जाय, शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीएम का निर्देश
छपरा । जिलाधिकारी दीपक आनंद ने सोमवार को समाहरणालय सभा कक्ष में शिक्षा विभाग एवं सर्व शिक्षा अभियान के कार्यो की समीक्षा की और विद्यालयों में फर्जी नामांकन के मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि फर्जी छात्रों का नामंाकन हर हाल में जांचोपरांत रद्द किया जाय और सरकारी योजनाओं का लाभ वैसे छात्रों को ही दिया जाय जिनकी 75 प्रतिशत उपस्थिति विद्यालयों में है।डीएम ने कहा कि छः-छः महीने से छात्र विद्यालय नहीं आते है और छात्रों की उपस्थिति बनती रहती है। डीएम ने शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियेां को निर्देश दिया कि अभी नये शिक्षण सत्र में एक भी फर्जी नामांकन न हो और सभी प्रधानाध्यापक सावधानी बरतें यह सुनिश्चित कराया जाय। उन्होने कहा कि यदि फर्जी नामांकन जांचोपरांत रद्द नहीं हुआ तो यदि ऐसा कोई मामला प्रकाश मंे आयेगा तो संबंधित प्रख्ंाड शिक्षा पदाधिकारी पर गाज गिरेजी। उन्होने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पिछले माह किये गये विद्यालयों के निरीक्षण पर भी असंतोष व्यक्त किया और कहा कि निरीक्षण के उपरांत न कोई स्पष्टीकरण पूछा गया और न ही कोई कार्रवाई की गयी। इसका तात्पर्य यह है कि विद्यालय में सब कुछ ठीक ठाक है। डीएम ने कहा कि अप्रैल माह में होने वाले जिला स्तरीय टीम के निरीक्षण में किसी भी विद्यालय में अनियमितता मिली तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षकों पर तो कार्रवाई होगी ही साथ ही संबंधित प्रख्ंाड शिक्षा पदाधिकारी और शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। उन्होने पानापुर, मकेर, दिघवारा, जलालपुर, बनियापुर द्वारा पिछले माह निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप निरीक्षण नहीं किये जाने के कारण कड़ी फटकार लगायी और निर्देश दिया कि अगले माह प्रत्येक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी 20 निरीक्षण एवं 10 औचक निरीक्षण सुनिश्चित करेंगे और वह निरीक्षण प्रभावकारी निरीक्षण होना चाहिए। डीएम ने विद्यालय के निरीक्षण में दुरस्त विद्यालयों के निरीक्षण का भी निर्देश दिया। डीएम श्री आनंद ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में विशेषकर छपरा शहर, मढौरा एवं सोनपुर में जितने भी निजी विद्यालय है उनमें वर्तमान शिक्षण सत्र में 25 प्रतिशत महादलित, बीपीएल, गरीब, निसहाय, जरूतमंद मेधावी छात्रों का नामांकन हर हाल में सुनिश्चित करायें और जिला शिक्षा पदाधिकारी स्वयं इसका अनुश्रवण करें। यदि निजी विद्यालयों में इसका अनुपालन नहीं किया जाता है तो संबंधित निजी विद्यालयों के संचालकों पर भी कार्रवाई होगी। डीएम श्री आनंद ने समय पर विद्यालय नहीं आने वाले शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया। उन्हेाने प्रख्ंाड शिक्षा पदाधिकारियों को भी निर्देश दिया कि गर्मी के समय में विद्यालय का समय 6ः30 बजे से 1ः00 अपराह्न तक है और जो शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते है उनका वेतन भुगतान बंद करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की जाय। साथ ही ऐसे शिक्षक जो तीन महीने से अधीक से फरार है और विद्यालय नहीं आये है उनकी सेवा समाप्त कर 30 अप्रैल तक प्रतिवेदन देने का निर्देश डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि ऐसे प्रधानाध्यापक या शिक्षक जिनपर गबन इत्यादि के प्राथमिकी दर्ज है और वे ख्ुालेआम घुम रहे है। ऐसे शिक्षकों की भी सूची उपलब्ध करायी जाय ताकि पुलिस को निदेश देकर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करायी जा सके। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिला पदाधिकारी को प्रत्येक प्रख्ंाड से दो-दो विद्यालयों की सूची आदर्श विद्यालय के रूप में चयनित कर उपलब्ध करायी गयी। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश
दिया कि इन विद्यालयों में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय जहां सरकार की समस्त योजनाएं शत प्रतिशत अच्छादित हो जाये और साथ ही वह विद्यालय शिक्षण की गुणवता में भी सर्वश्रेष्ट हो जाये। डीएम ने सभी विद्यालयों को तम्बाकु मुक्त विद्यालय बनाने का भी निर्देश दिया और कहा कि सभी विद्यालयों में तम्बाकु मुक्त विद्यालय की सूचना पेंट के माध्यम से अंकित करायी जाये और निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही वेतन की निकासी सुनिश्चित करेंगे। डीएम ने कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय की भी समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में डीएम ने पाया कि जिले में 20 कस्तुरबा बालिका विद्यालय कार्यरत है जिनमें 1397 छात्राएं नामांकित है। छपरा, दरियापुर, गड़खा, जलालपुर, सोनपुर, तरैया, परसा, दरियापुर एवं मढौरा में 100-100 छात्राएं नामांकित है। जबकि अन्य प्रख्ंाडों के कस्तुरबा विद्यालय में 100 के लक्ष्य के विरूद्ध छात्राएं नामांकित नहीं है। इसपर डीएम ने कड़ा असंतोष व्यक्त करते हुए 30 अप्रैल तक सभी कस्तुरबा गांधी विद्यालय में 100 की संख्या मंे छात्राओं का नामांकन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उत्प्रेरण केन्द्र की समीक्षा के क्रम में डीएम ने पाया कि सोनपुर में 2 और तरैया में 2 उत्प्रेरण केन्द्र चल रहे है और 55 प्रयास केन्द्र जिले में कार्यान्वित है। डीएम ने कहा कि उत्प्रेरण केन्द्रों में सभी व्यवस्थाएं विभागीय मानक के अनुरूप सुनिश्चित किया जाय और निकट भविष्य में स्वयं उनके द्वारा इसका निरीक्षण किया जायेगा। डीएम ने वर्ष 15-16 के लिए पाठ्यपुस्तक वितरण के संबंध में कहा कि पाठ्य पुस्तक बच्चों के हाथों में होना चाहिए। यदि निरीक्षण में किसी बीआरसी,सीआरसी में पाठ्य पुस्तक दिखा तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कठोर अनुशासनिक कार्रवाई होगी। डीएम ने सिविल कार्यो की समीक्षा की और कहा कि जिन अतिरिक्त वर्ग कक्षों के लिए भूमि उपलब्ध हो चुकी है उसका कार्य इस माह में निश्चित रूप से आरंभ करा दिया जाय और कार्य मानक के अनुरूप गुणवतापूर्ण तरीके से बरसात के पूर्व पूरा करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होने भवन निर्माण कार्यो तथा बालिका शौचालय निर्माण कार्यो में तेजी लाने का निर्देश दिया और कहा कि ऐसे कनीय अभियंता/ तकनिकी सहायक जो कार्य में अभिरूची नहीं ले रहे है उन्हे कार्यमुक्त कर दिया जाय। डीएम ने मध्याह्न भोजन योजना के कार्यो की भी समीक्षा की और कहा कि प्रख्ंाड साधन सेवी से लेकर जिला मध्याह्न भोजन प्रभारी मध्याह्न भोजन योजना का दैनिक अनुश्रवण करें और इसमें अनियमितता होने पर किसी को बख्सा नहीं जायेगा। उन्होने प्रख्ंाड शिक्षा पदाधिकारियों को औचक निरीक्षण के क्रम में छात्रों के साथ बैठ कर बने हुए मध्याह्न का स्वाद लेने का भी निर्देश दिया ताकि उसकी गुणवता का पता चल सके। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, प्रोग्राम पदाधिकारी, सभी संभाग प्रभारी, सभी कनीय अभियंता, तकनिकी सहायक एवं प्रख्ंाड शिक्षा पदाधिकारी उपस्थित थे।
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