जिहादियों की हवस मिटाने सीरिया भेजी जा रही बिहार की लड़कियां!

एनआईए की न जर सीमांचल के तीन जिलों में, मानव तस्करी में लगा है अपराधियों का संगठित गिरोह 
संजय सिंह, भगलपुर। जिहादियों के लिए बिहार से लड़कियों को भेजा जा रहा है। सूबे के तीन जिलों किशनगंज, दरभंगा और मधुबनी में इस मामले पर एनआइए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी) की नजर है। हैदराबाद के रास्ते यहां की लड़कियों को सीरिया भेजा जाता है। वहां ये आइएसआइएस जिहादियों की शारीरिक जरूरतों की पूर्ति करती हैं। ये तीनों जिले गरीबी से जूझ रहे हैं। यहां बड़े पैमाने पर मानव तस्कर सक्रिय हैं। हाल ही में नई दिल्ली में पुलिस गिरफ्त में आए अफाक और उसकी पत्नी ने खुलासा किया था कि उसने सीमांचल इलाके की 300 लड़कियों को बाहर बेच दिया है। लड़कियों को प्रलोभन देने के लिए आतंकी लड़कों का सहारा लेते हैं। लड़कियों की खरीद में इन्हीं लड़कों को पैसे दिए जाते हैं। यदि लड़की लड़के के झांसे में आ जाती है तो उसे हैदराबाद ले जाया जाता है।
हैदराबाद में होता है ब्रेनवॉशwomen-trafiking-sell-1
हैदराबाद में लड़कियों को पहले धार्मिक ज्ञान दिया जाता है। फिर इन्हें बताया जाता है कि यदि ये जिहादियों की जरूरतें पूरी करेंगी तो इन्हें जन्नत नसीब होगी। इसके बाद इन्हें जेहादियों की शारीरिक जरूरतों को पूरा करने सीरिया भेजा जाता है।
सीरिया की वीडिया का लेते सहारा
हाल ही में सीरिया में जिहादियों ने एक लड़की को पुरस्कृत किया। यह लड़की पिछले तीन महीने के दौरान एक हजार जेहादियों के संपर्क में आई। इस दौरान यह गर्भवती भी हुई। इस लड़की का वीडियो बिहार की लड़कियों को दिखाया जा रहा है।
कहते हैं पुलिस अधिकारी
सीमांचल के एक वरीय पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एनआइए मामले की जांच कर रही है। जनहित में मामले का खुलासा करना उचित नहीं है। स्रोत साभार : जागरणडॉटकॉम






Related News

  • मणिपुर : शासन सरकार का, ऑर्डर अलगावादियों का
  • ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले का सामाजिक आंदोलन और उसका प्रभाव
  • ओह ! दलाई लामा ने ये क्या किया
  • भारत में होने लगा साइबरस्टॉकिंग से बच्चों का यौन शोषण
  • अफ्रीका से इस दुर्लभ बीमारी का ऑपरेशन कराने बिहार पहुंचा विदेशी मरीज, 75 प्रतिशत तक खर्च बचा
  • मोबाइल पर अवांछित कॉल और मैसेज से हो रही ठगी : संजय स्वदेश
  • Vuln!! Path it now!!
  • सीबीआई से ज्यादा चर्चा ईडी की क्यों ?
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com