दहेज लोभियों ने खिलाफ मुहिम पर पिता

12-gya prasad gyaरंजन सिन्हा.गया।
बिहार के गया शहर के विभिन्न सरकारी कार्यालयों और मुख्य मार्गों पर इन दिनों एक व्यक्ति आपको अपने शरीर पर दहेज उत्पीड़न के विरुद्ध नारों से सजे कपड़े पहनकर घूमता दिख जाएगा। नवादा जिला निवासी यह व्यक्ति गया प्रसाद अकेले दम पर दहेज उत्पीड़न के खिलाफ लोगों को जागरूक करने की मुहिम चला रहा है। लोग इसे भले पागल समझ रहे हों, परंतु समाज की संवेदना जगा रहे हैं गया प्रसाद।
गया प्रसाद ने वर्ष 1998 में अपनी बेटी बबिता की शादी बड़े ही धूमधाम से नवादा जिले के सीतामढ़ी गांव निवासी जागेश्वर महतो के पुत्र प्रमोद कुमार से की थी। लेकिन, शादी के कुछ ही महीनों बाद ससुराल वालों ने 20 हजार रुपए और रंगीन टीवी की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। गया प्रसाद की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन दहेजलोभियों की मांग पूरी करने में असमर्थ था। फलस्वरुप दहेजलोभियों ने बबिता को घर से निकाल दिया और प्रमोद की दूसरी शादी कर दी। इस मामले को लेकर स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई, मामला न्यायालय तक जा पहुंचा। फिर लड़के वालों ने समझौता कर बेल ले लिया। इसके बाद उन्होंने गया प्रसाद और उनकी पुत्री बबिता के विरुद्ध झूठा केस दर्ज कर उन्हें फंसा दिया। जब हम सड़कों पर निकलते हैं तो लोग मुझे पागल समझते हैं, लेकिन वास्तविक में पागल कौन है यह जानने की कोशिश कोई नहीं करता। वर्तमान में हमारे समाज में ऐसी स्थिति बन गई है कि बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। यह सिर्फ मेरी बेटी की बात नहीं है, बल्कि पूरे देश की बेटियों के साथ ऐसा न हो। इसलिए मजबूर होकर सड़कों पर निकलना पड़ा। ताकि लोग मुझे देखें और कपड़े पर लिखी बातों को पढ़कर तो दहेज उत्पीड़न के खिलाफ जागरुक हों।
2011 से न्याय की आस
इस घटना के बाद गया प्रसाद ने दहेज उत्पीड़न के खिलाफ मुहिम चलाने की ठानी और साल 2011 से वह इसी वेशभूषा में विभिन्न सरकारी कार्यालयों में जाकर अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग करता है। और, विभिन्न स्थानों पर दहेज उत्पीड़न के खिलाफ मुहिम चलाकर लोगों में जागरुकता फैलाने में जुटा है।






Related News

  • लोकतंत्र ही नहीं मानवाधिकार की जननी भी है बिहार
  • भीम ने अपने पितरों की मोक्ष के लिए गया जी में किया था पिंडदान
  • कॉमिक्स का भी क्या दौर था
  • गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र
  • वह मरा नहीं, आईएएस बन गया!
  • बिहार की महिला किसानों ने छोटी सी बगिया से मिटाई पूरे गांव की भूख
  • कौन होते हैं धन्ना सेठ, क्या आप जानते हैं धन्ना सेठ की कहानी
  • यह करके देश में हो सकती है गौ क्रांति
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com