पुलिस के सामने किया BDC का अपहरण, चुनाव स्थगित
बिक्रमगंज.बिहार के रोहतास जिले के सूर्यपुरा प्रखंड में प्रमुख व उपप्रमुख पद कि लिए गुरुवार को होनेवाले चुनाव में भाग लेने पहुंचे एक बीडीसी को विपक्षी खेमे के लोगों ने अगवा कर लिया। यह घटना पुलिस के सामने हुई। पंचायत समिति सदस्य राकेश कुमार अपहर्ताओं के कब्जे से मुक्त कराने के लिए आवाज लगाते रहे, लेकिन किसी ने सामूहिक प्रयास नहीं किया। हालांकि मुंद्रिका पाठक नामक एक जेएसआई ने राकेश को अपहर्ताओं के चंगूल से छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन, बदमाशों ने उन्हें धक्का देकर किनारे कर दिया। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटनास्थल पर मौजूद थानाध्यक्ष महेश प्रसाद ने प्रयास किया होता, तो राकेश कुमार को अपहर्ता अगवा कर नहीं ले जाते। उनकी उपस्थिति में यह घटना हुई है। इसमें थानेदार की भूमिका संदिग्ध है। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। हालांकि पुलिस दबिश के कारण अपहर्ताओं ने राकेश को पांच घंटे बाद मुक्त कर दिया, जिन्हें पुलिस कोआथ थाना लेकर पहुंची।
उधर, घटना की खबर मिलते ही एसडीओ राजेश कुमार व एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह पुलिस बल के साथ सूर्यपुरा प्रखंड कार्यालय पहुंचे और घटना की जानकारी ली। स्थिति को भाप डीएसपी ने अनुमंडल क्षेत्र के आठ थानों की पुलिस को बुलवाया और अगवा पंचायत समिति सदस्य की बरामदगी में लगवा दिया। द्वय अधिकारी अन्य पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के साथ प्रखंड कार्यालय पर कैंप करते हुए लोकेशन की जानकारी लेते रहे। एसडीओ ने इस घटना की रिपोर्ट निर्वाचन आयोग के पास भेजी, जहां से चुनाव स्थगित करने का आदेश प्राप्त हुआ है। इसकी पुष्टि एसडीओ ने की है। हालांकि राकेश कुमार को छोड़ अन्य पंचायत समिति सदस्यों को शपथ ग्रहण कराने की कार्रवाई पूरी कर ली गई है।
बताया जाता है कि गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख के चुनाव में मतदान व शपथ ग्रहण करने के लिए जैसे ही गोसलडीह पंचायत के पंचायत समिति सदस्य राकेश कुमार अन्य सदस्यों के साथ वाहन से उतरे उन्हें अपहर्ता अगवा कर वाहन में बैठा अपने साथ लेते गए। मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। यह घटना तब हुई, जब प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार पर सूर्यपुरा के थानाध्यक्ष और अन्य पुलिसकर्मी दंडाधिकारी के साथ सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे।
डीएसपी ने बताया कि पुलिस दबिश के कारण अपहर्ताओं ने पंचायत समिति सदस्य राकेश कुमार को मुक्त कर दिया। उनके बयान पर दावथ थाने में अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई है। बीडीसी ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें मारते-पीटते व घसीटते हुए अपहर्ता प्रखंड कार्यालय के पास से ले गए और एक बाइक पर जबरन बैठा दिए। कुछ दूर जाने पर खड़ी स्कार्पियों ने जबरन बैठाकर वे अपने साथ लेते गए। अपहर्ता बीडीसी से यह कह रहे थे कि वह अशोक यादव के परिवार को अपना वोट दें। वे जाति सूचक शब्दों का भी इस्तेमाल कर रहे थे। अपहर्ता उन्हें कोआथ के गांवों में घुमाते रहे। पुलिस उनके पीछे पड़ी है, इसकी खबर उन्हें मिलते ही वे मलियाबाग से निकली लींक सड़क पर लाकर राकेश को छोड़ दिया और कहा कि बस में बैठकर चले जाओ। राकेश ने एक रिश्तेदार को अपनी मुक्ति की सूचना दी। रिश्तेदार ने डीएसपी को सूचना दी। डीएसपी व इंस्पेक्टर ने उक्त स्थल से राकेश कुमार को बरामद कर दावथ थाने ले गए। इस प्रकरण में थानाध्यक्ष महेश महेश प्रसाद ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप गलत है। इस घटना में उनकी किसी तरह की भूमिका नहीं है. from livehindustan.com
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