सीवान पत्रकार हत्याकांड : पत्रकार की पत्नी ने कहा, पति की हत्या के पीछे राजनीतिक कारणों से :पुलिस को एक लड़की की तलाश
राजेश राजू/सीवान
बिहार कथा. पत्रकार राजदेव नंदन की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर आज जहां भाजपा ने राज्य व्यापी धरना दिया। वहीं उनकी पत्नी ने हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग करते हुए अपने पति को अपनी अंतिम सांस तक न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने का प्रण लिया है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के राजदेव हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराए जाने को लेकर प्रदर्शन और मार्च निकाले जाने के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय और अन्य भाजपा नेताओं ने सिवान शहर में आज धरना दिया। पाण्डेय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मृतक पत्रकार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि राजदेव की हत्या राजद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के गुर्गों द्वारा की गयी है और बिहार पुलिस के पास इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की हिम्मत नहीं है, ऐसे में इस मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा के तौर पर दिए जाने की भी मांग की। सीवान से भाजपा सांसद ओम प्रकाश यादव ने आज पीडित परिवार से मुलाकात की और उन्हें आर्थिक सहायता देने की पेशकश की। भाजपा के साथ कें्रद में सत्ता में सत्ता में शामिल राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के दो विधायकों सुधांशु शेखर और ललन पासवान ने आज राजदेव के परिजनों से मुलाकात की। इसबीच राजदेव की पत्नी आशा देवी ने अपने पति की हत्या अज्ञात अपराधियों द्वारा व्यक्तिगत कारणों से नहीं बल्कि उनके पेशे के कारण किए जाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि उनके पति की किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी बल्कि उसके पीछे निश्चित तौर पर राजनीतिक कारण है क्योंकि उनको जितनी बेरहमी से मारा गया है वह किसी छोटे अपराधी का काम नहीं है। रंजन के पिता राधेश्याम चौधरी :75: ने भी अपने पुत्र की हत्या की सीबीआई से कराए जाने की मांग की है क्योंकि उन्हें स्थानीय पुलिस में विश्वास नहीं है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में सीवान पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है जिनके नाम का खुलासा वे जांच में बाधा पडने की संभावना के मद्देनजर नहीं किया है। सीवान जिले के नगर थाना अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित एक फल बाजार में दो दिनों पूर्व अज्ञात अपराधियों ने राजदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
45 वर्षीय पत्रकार के परिजनों को उनके दो बच्चों 16 वर्षीय पुत्र आशीष रंजन एवं 8 वर्षीय पुत्री साक्षी रंजन के भविष्य की चिंता होने लगी है और उनके छोटे भाई गौतम रंजन ने उनकी शिक्षा सहित अन्य खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किए जाने की मांग की है। पटना में बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने पत्रकारों की सुरक्षा की मांग करते हुए राज्य सरकार से मृतक के बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था किए जाने, आश्रित को 25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिए जाने तथा मृतक की पत्नी जो कि एक ठेके पर बहाल शिक्षिका हैं उसकी सेवा नियमितीकरण किए जाने की मांग की है। वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय के संयोजन में आठ सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया है जो कि पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए उनके विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करेगी।
-संभवतः इसको लेकर आरोपी उपेंद्र सिंह पत्रकार राजदेव से नाराज चल रहे था।
– उपेंद्र सिंह ने राजदेव को उस लड़की से मिलने को मना किया था।
– लेकिन, राजदेव इसके लिए तैयार नहीं था।
– संभवतः इसको लेकर उपेंद्र सिंह ने राजदेव को अपना निशाना बनाया हो।
-पुलिस इस मामले में फिलहाल कुछ बोलने से बच रही है।
– घटनास्थल के पास तीन सीसीटीवी लगे हुए थे, लेकिन तीनों वीडियो फुटेज गायब हैं।
– विपक्ष ने इसपर सरकार पर हमला भी किया है।
– इस मामले में पुलिस ने कुल चार लोगों को अब तक गिरफ्तार की है। इनमें से एक का नाम उपेंद्र कुमार सिंह है।
– जानकारी के मुताबिक, उपेंद्र लालू की पार्टी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का काफी करीबी है।
– सीवान के भाजपा सांसद ओम प्रकाश यादव के प्रेस सलाहकार श्रीकांत भारती की हत्या कर दी गई थी।
– उपेंद्र को 2014 में श्रीकांत भारती के मर्डर के केस में कुछ वक्त के लिए हिरासत में लिया गया था।
– हत्या चवन्नी सिंह नाम के एक शूटर ने की थी।
– लेकिन, श्रीकांत की सुपारी शहाबुद्दीन के गुर्गे उपेंद्र सिंह ने ही दी थी।
– बताते चलें कि शहाबुद्दीन लंबे वक्त से जेल में बंद है।
– उसे दो सगे भाईयों के मर्डर के केस में उम्र कैद दी गई है।
श्रीकांत की हत्या के आरोप में शूटर चवन्नी सिंह को पिछले साल ही उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया था।
– तभी से वो यूपी के गोरखपुर जेल में बंद था।
– लेकिन, दो दिन पहले ही उसे वहां से सीवान जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
– अब सीवान पुलिस पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है.
– राजदेव अपराधियों के हिट- लिस्ट में 2007 से थे।
– सीवान जेल में बंद अपराधियों ने 23 लोगों के नाम डेथ वारंट जारी किया था।
– इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है।
– राजदेव का भी इसमें नाम शामिल था।
– राजदेव को कई बार सीवान जेल से धमकी भी मिल चुकी थी।
– खुफिया विभाग ने भी 2007 में इसकी सूचना, सीवान एसपी को दिया था।
– बावजूद इसके उसे कोई सुरक्षा नहीं दी गयी थी।
– अपराधियों ने 2005 में अखबार के कार्यालय में आकर राजदेव को मारने की धमकी भी दिए थे।
-पत्रकार राजदेव की हत्या की सूचना सबसे पहले उनके फेसबुक फ्रेंड ने शेयर किया था।
– यह सूचना उनके फेसबुक फ्रेंड को कैसे पुलिस से पहले मिली, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
– पुलिस को ये भी सूचना मिली है पत्रकार राजदेव रंजन चार सालों से फेसबुक पर थे।
– लेकिन, उनकी ओर से चार सालों में अपनी ओर से कोई सूचना अपडेट नहीं किया था।
– फिर भी उनका वॉल फोटो से अक्सर अपडेट होता रहता था।
– समाचार को लेकर कई प्रतिक्रिया भी इसमें दर्ज हुआ करती थी।
– फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है, कौन उनका एकाउंट अपडेट करता था।
– कैसे उनके फेसबुक फ्रेंड को उनकी हत्या की सूचना सबसे पहले मिली।
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