भावेश कुमार. बेगूसराय.बिहार के बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर में लोग अर्थी पर शव रखने की तैयारी कर ही रहे थे तभी मृतक ने आंखें खोल दी। गांव के लोगों ने युवक को गर्म दूध पिलाने की सलाह दी, जिसके बाद परिजनों ने तत्काल विकास कुमार को दूध पिलाया तथा आनन-फानन में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान फिर से उसकी मौत हो गई।
शव रखकर सड़क जाम कर रहे थे तभी हो गया जिंदा
युवक की मौत से आक्रोशित लोगों ने इलाज में देरी और डॉक्टर की लापरवाही का आरोप लगाकर मंझौल चेरिया बरियारपुर पथ को जाम कर दिया। शव रखकर लोग सड़क जाम कर रहे थे तभी युवक फिर से जिंदा हो गया। लोग आनन फानन में उसे सड़क किनारे एक दुकान में ले गए। वहां उनकी मालिश की गई। इलाज के लिए डॉक्टर भी पहुंचे, लेकिन कुछ देर बाद ही फिर से युवक की मौत हो गई।
करंट लगने से घायल हुआ था युवक
मृतक विकास कुमार जनरेटर से करंट लगने से घायल हो गया था। उसे परिजन तत्काल घर के बगल में स्थित प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में इलाज के लिए ले गए। वहां डॉक्टर नहीं थे। अस्पताल कर्मियों की सूचना पर डॉक्टर आधे घंटे बाद पहुंचे और विकास को मृत घोषित कर दिया। विकास का इलाज करने वाले डॉक्टर धीरज ने कहा कि युवक की मौत करीब 11:30 बजे ही हो गई थी। करंट लगने के केस में कई बार मौत के बाद भी मांसपेशियों में हलचल हो जाती है। from bhaskar.com
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