बिहार के विकास के यह आंकड़ें पढ़ कर आप भी चौंक जाएंगे
आय में तीनगुना इजाफा, महिला साक्षारता घट कर 13 प्रतिशत पर आई
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार दिवस के अवसर पर राज्य के विकास पर ऐसे आंकड़े पेश किए हैं जिसे जान कर आप भी दंग रह जाएंगे। मुख्यमंत्री ने जो आंकड़े पेश किए हैं उसके मुताबिक सकल घरेलू उत्पाद के सन्दर्भ में बिहार सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य बन गया है. बीते दशक में बिहार के विकास की दर दोगुनी से ज्यादा हो गई जबकि प्रति व्यक्ति आय में तिगुनी बढ़Þोत्तरी के साथ बिहार सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य रहा. हालांकि नीतीश कुमार ने जो आंकड़े पेश किए हैं उसके स्रोत का कोई उल्लेख उन्होंने नहीं किया. अपने फेसबुक पेज पर छह पोस्ट किए हैं जिस में उन्होंने ए आंकड़े पेश किए.
साक्षरता विकास में रिकार्ड
मुख्यमंत्री के मुताबिक बिहार में साक्षरता का विस्तार 2001-11 के दशक में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक रहा. इस एक दशक में हुई यह वृद्धि 1961 के बाद सबसे ज्यादा रही.
94 प्रतिशत गांव रौशन
उन्होंने कहा कि साल 2005 तक जहाँ सिर्फ 50.3% गांवों में विद्युतीकरण हुआ था, 2014 तक बिहार के 94% गांवों में बिजली पहुंच गई
मुख्यमंत्री के अनुसार जन्म के समय की जीवन प्रत्याशा में बिहार का औसत भारत के औसत से 30% ज्यादा है. जननी एवं बाल सुरक्षा योजना जैसी पहलों से ही यह प्रगति हासिल की जा सकी है.
बिहार सरकार द्वारा पुलिस बल में अतिरिक्त खर्च करने की वजह से कानून व्यवस्था और शासन में भारी सुधार हुआ है. महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 2005 से 2013 के बीच 39 महिला पुलिस स्टेशनों की स्थापना की गई. बिहार स्पेशल कोर्ट एक्ट 2009 के तहत 6 स्पेशल अदालतें बनाई गईं. बिहार सरकार के इस अनोखे प्रयोग को अन्य राज्यों में भी दोहराया गया है.
2001 से 2011 के बीच महिला साक्षरता में 20% पॉइंट्स की बढ़Þोत्तरी दर्ज की गई, जो अन्य किसी राज्य की तुलना में एक दशक के भीतर की गई बढ़Þोत्तरी से ज्यादा रही। -नौकरशाहीडॉट कॉम से साभार
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