राष्ट्रगान गुलामी का प्रतीक कहने वाले विधान पार्षद जेडीयू से बेदखल
पटना। बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने राष्ट्रगान गुलामी का प्रतीक वाला विवादास्पद बयान देने वाले विधान पार्षद राणा गंगेश्वर को पार्टी से निलंबित कर दिया है। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। गंगेश्वर ने बिहार दिवस यानी 22 मार्च के दिन समस्तीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान को गुलामी का प्रतीक बता दिया था। समस्तीपुर के पटेल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में गंगेश्वर ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि यह गाना हम लोगों के शोषण करने वालों का गुणगान करता है। इस बयान के बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। बाद में हंगामे के बीच कार्यक्रम में मौजूद मंत्री महेश्वर हजारी को माफी मांगनी पड़ी तब जाकर लोग शांत हुए।
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मंगलवार को कहा कि पार्टी गांधीवादी नीति से चलती है। विधान पार्षद राणा गंगेश्वर द्वारा राष्ट्रगान के नाम पर विवाद पैदा करने की कोशिश को उचित नहीं ठहराया जा सकता। सिंह ने कहा कि पार्टी की कोर कमिटी की बैठक में गंगेश्वर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया गया। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। सिंह ने बताया कि इसकी सूचना पार्टी के अध्यक्ष शरद यादव को भी दे दी गई है।
ज्ञात हो कि जेडीयू हत्या की राजनीति करूंगा वाले बयान के बाद भागलपुर के गोपालपुर सीट से जेडीयू विधायक नीरज कुमार मंडल उर्फ गोपाल मंडल को भी सस्पेंड कर चुका है। उन्हें भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। मंडल पर आरोप है कि उन्होंने एक सभा में कहा था कि वह पहले हत्या की राजनीति करते थे, लेकिन बीच में इस तरह की राजनीति छोड़ दी थी। गोपाल मंडल ने कहा कि विरोधी लगातार मेरे ऊपर झूठे आरोप लगा रहे हैं, इसलिए फिर हत्या की राजनीति करूंगा और करवाऊंगा।
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