दिग्गजों की पत्नियां व उच्च शिक्षाधारी भी चुनावी अखाड़े में
जलालपुर. सारण के जलालपुर ब्लॉक के पंचायत चुनाव के लिए हुए नामांकन के बाद चुनावी अखाड़े में उतरे योद्धाओं ने पंचायत चुनाव को रोचक बना दिया है। कहीं-कहीं से दिग्गज मुखिया की पत्नियां चुनावी समर में उतरी हैं तो किसी पंचायत में उच्च शिक्षाधारियों के बीच जंग होने से मुकाबला दिलचस्प बन गया है। किशुनपुर पंचायत के मुखिया तारकेश्वर सिंह की पत्नी रामवती देवी,पूर्व मुखिया रामेश्वर सिंह की पत्नी देवंती देवी और रमण सिंह की पत्नी रिंकी देवी चुनावी समर हैं। मुखिया तारकेश्वर सिंह की पत्नी रामवती देवी सीवान जिले के बसंतपुर थाने की परौली पंचायत के मुखिया रह चुके स्व. बैजनाथ सिंह की पुत्री हैं। वहीं देवन्ती देवी के पति रामेश्वर सिंह कई बार इस पंचायत के मुखिया रह चुके हैं। 35 वर्षों से लगातार किशुनपुर पैक्स अध्यक्ष हैं। रमण सिंह को भी दिग्गजों की श्रेणी में शुमार किया जाता है। इनकी पत्नी रिंकी देवी यहां से किस्मत आजमा रही हैं। शंकरडीह पंचायत में भी दिग्गजों की पत्नियां चुनावी समर में हैं। यहां के मुखिया भूलन सिंह, पूर्व मुखिया अजय सिंह व पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह की पत्नी चुनावी समर में हैं। ये दोनों सीटें सामान्य से सामान्य महिला कोटे में आ गई हैं।
नवादा में उच्च शिक्षाधारी भी चुनावी समर में: प्रखंड की नवादा पंचायत में उच्च शिक्षाधारी भी चुनावी समर में उतरे हैं। पिछले दस वर्षों से लगातार मुखिया रहे अशोक कुमार सिंह की योग्यता एमबीए है। इस बार फिर वे चुनावी समर में उतरे हैं। वहीं पूर्व मुखिया विष्णु प्रसाद यादव पेशे से वकील हैं। इनकी पत्नी मनोरमा देवी भी चुनावी समर में हैं। वहीं 82 वर्षीय वयोवृद्ध नेता सच्चितानंद सिंह उच्च योग्यताधारी हैं। 1962 में एमए की योग्यता हासिल करने वाले सच्चितानंद सिंह गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। यहां से राजद के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष भिखारी राय और डॉ. रामाधार सिंह भी चुनावी अखाड़े में बतौर प्र्रत्याशी हैं।
मुखिया व पूर्व मुखिया बीडीसी से आजमा रहे किस्मत: प्रमुख की कुर्सी अनुसूचित जाति अन्य के लिए होने व अनुसूचित जाति अन्य की सीट के दूसरी कोटि में होने के कारण पंचायत की जमीन से बेदखल हुए कई मुखिया व पूर्व मुखिया प्रमुख की कुर्सी तक पहुंचने के लिए बीडीसी का चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें रेवाड़ी पंचायत की पूर्व मुखिया ज्ञांति देवी व इनके पति जागेश्वर प्रसाद और मुखिया सुनीता देवी इस बार बीडीसी पद से चुनावी अखाड़े में हैं। वहीं संवरी की मुखिया मंजू देवी व उनके पति पूर्व मुखिया उमेश राम चुनावी समर में हैं।
सामान्य सीट से महिलाएं भी लड़ रहीं चुनाव: महिला सीट से सामान्य हुई माधोपुर पंचायत की मुखिया बबीता देवी पुरुष प्रत्याशियों के बीच चुनाव मैदान में हैं। वह पिछले दो बार से लगातार मुखिया रह चुकी हैं। इनके पति व पूर्व मुखिया मनोज कुमार मिश्र के शिक्षक होने के कारण चुनावी समर से बाहर हैं। वहीं इस सीट से कांग्रेस नेता राजेश कुमार मिश्र, सेवानिवृत्त शिक्षक मो. इसराफिल और पत्रकार विजय कुमार यादव भी चुनाव मैदान में हैं। वहीं कुमना पंचायत की सामान्य सीट से कांग्रेस नेता मनोज तिवारी की पत्नी व पूर्व जिला पार्षद अंजू देवी इस बार मुखिया पद से चुनावी समर में हैं।
दूसरी पंचायत में आजमा रहीं किस्मत: देवरिया पंचायत की सामान्य महिला सीट के अति पिछड़ा होने के कारण चुनावी समर से अलग हुईं मुखिया आशा देवी इस बार अनवल पंचायत से मुखिया पद के लिए किस्मत आजमा रही हैं। यहां की सीट पिछड़ा महिला के लिए आरक्षित है। from livehindustan.com
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