प्रचार में गीत गाते थे, अब कर रहे हैं पार्टी की रणनीति की आलोचना
बिहार कथा
नई दिल्ली। दिल्ली से लोकसभा सदस्य मनोज तिवारी भी बिहार में पार्टी की चुनावी रणनीति की आलोचना करने वाले नेताओं की कतार में शामिल हुए और जदयू, राजद और कांग्रेस गठबंधन की रणनीति की सराहना करते हुए उसे ‘निस्संदेह’ बेहतर करार दिया। एक ओर मनोज तिवारी ने कहा कि पार्टी बिहार में अपने एजेंडे को जनता को समझाने में नाकाम रही। लेकिन मजेदार बात यह है कि मनोज तिवारी बिहार चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल थे। जहां-जहां जनसभाओं ने जाते थे, एक दो गीत गाकर भीड़ का मनोरंजन करते थे।
भोजपुरी गायक से नेता बने उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद ने कहा कि पार्टी बिहार चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए जनता को समझाने में असफल रही। तिवारी ने कहा, हम लोगों को यह समझा पाने में असफल रहे कि वह केन्द्र में सत्तारूढ पार्टी के लिए वोट करें और अधिकतम लाभ उठाएं। हम बिहार के लोगों को अपनी पार्टी एजेंडा को समझाने में विफल रहे। भाजपा सांसद ने कहा कि निस्संदेह महागठबंधन की रणनीति हमसे बेहतर साबित हुई । व्यापक जन तक पहुंचने के लिए हम और अधिक सुनियोजित तरीके से रणनीति बनाकर प्रचार कर सकते थे। बिहार चुनाव में शर्मनाक पराजय का सामना करने के बाद से भाजपा के अनेक नेताओं ने रणनीति के खिलाफ बात की है । पार्टी के बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और यशवंत सिन्हा ने जवाबदेही तय करने की मांग की है। तल्ख टिप्पणियां करने वालों में बिहार के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, भोला सिंह और आर के सिंह शामिल हैं।
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