काली बाबा हैं बिहार के बाहुबलियों के पुराने गुरु, इन पर बन चुकी है फिल्म
कहा जाता है कि 1987 में आई फिल्म प्रतिघात में मेन विलेन काली प्रसाद का रोल इन्हीं को ध्यान में रखकर लिखा गया था। बिहार के सारे बाहुबली जिसको कभी अपना गुरु मानते थे, वो हैं- काली प्रसाद पांडे। ये विधानसभा चुनाव में कुचायकोट सीट से एलजेपी के उम्मीदवार हैं। कहा जाता है कि 1987 में आई रामोजी राव की फिल्म प्रतिघात में विलेन काली प्रसाद का रोल इन्हीं पर आधारित था। नेताओं और अपराधियों की सांठगांठ पर आधारित इस फिल्म में काली प्रसाद का रोल साउथ के प्रसिद्ध अभिनेता चरण राज ने किया था।
कुचायकोट, गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र में आता है और पांडे गोपालगंज से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। पांडे के दबदबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में आज जितने भी बाहुबली नजर आते हैं, उनके उदय से पहले काली ही उत्तर बिहार के सबसे बड़े बाहुबली माने जाते थे। तमाम छुटभैए नेता और बाहुबली इनके पैर छूकर आशीर्वाद लेने को लालायित रहते थे।
काली प्रसाद पांडे पर 1989 में प्रतिद्वंदी उम्मीदवार नगीना राय पर पटना में बम से हमला करवाने का आरोप लगा था। पांडे का राजनीतिक करियर 1984 में शुरू हुआ था। उसी साल इन्होंने गोपालगंज से लोकसभा चुनाव निर्दलीय जीता था। 2003 में पांडे, राम विलास पासवान की पार्टी एलजेपी में शामिल हो गए। काली प्रसाद पांडे पिछले कई सालों से एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव, प्रवक्ता और यूपी के पर्यवेक्षक हैं। सारण के सभी जिलों में काली प्रसाद पांडे आज भी लोकप्रिय हैं। 2010 में पांडे के भाई आदित्य नारायण पांडे कुचायकोट से ही राजद के टिकट पर लड़े थे। लेकिन निवर्तमान विधायक अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडे से शिकस्त खा गए थे।
राजीव गांधी के कहने पर ज्वाइन की थी कांग्रेस
1984 में काली पांडे ने सांसद बनने के बाद केंद्र की राजीव गांधी सरकार को बिना शर्त समर्थन दिया था। उस वक्त बिहार में ब्राह्मणों का नेतृत्व इन्हीं के हाथों में था। इसे देखते हुए राजीव गांधी ने इन्हें कांग्रेस में शामिल होने को कहा। लिहाजा 1989 में ए कांग्रेस में शामिल हो गए। 1989 और 1991 का लोकसभा चुनाव पांडे ने गोपालगंज से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। राजीव गांधी की हत्या के बाद जब सोनिया गांधी ने यह ऐलान कर दिया कि अब गांधी परिवार राजनीति में नहीं रहेगा, तब पांडे ने कांग्रेस छोड़ दिया था और राजद का दामन थाम लिया था। 1999 का लोकसभा चुनाव गोपालगंज से चुनाव लड़े थे। infpu from dainikbhaskar.com
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