बसपा को बिहार में किंगमेकर बनने का भरोसा!
0 तीन दर्जन से ज्यादा सीटों पर बसपा के उम्मीदवार मजबूत
0 बैलेंस पॉवर के रूप में उभर सकती है बसपा
बिहार कथा. पटना।
बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में मीडिया की चर्चा में बसपा का कही कोई नामो निशान भी नहीं है। लेकिन जमीनी स्तर पर बसपा मजबूती से अपनी पांव जमाने में लगी है। बिहार की राजनीति में बसपा किंगमेकर बनने का सपना बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) भी देख रही है। पार्टी के पदाधिकारियों की मानें तो बिहार में बीएसपी के सहयोग के बिना किसी की सरकार नहीं बनेगी। पार्टी की इच्छा है कि चुनाव के दौरान बसपा को कम से कम इतनी सीटें जरूर मिल जाएंगीं, जिससे वह किंगमेकर बनने की स्थिति में खड़ी हो सके। बीएसपी बिहार चुनाव में इस बार पूरा दम लगा रही है। यूं तो बीएसपी बिहार में वर्ष 1995 से ही विधानसभा चुनाव लड़ती आ रही है लेकिन कभी भी उसको ज्यादा सीटें नहीं मिली। वर्ष 1995 में हुए चुनाव में बीएसपी को केवल दो सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। 1995 के बाद वर्ष 2000 में बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी को पांच सीटें मिलीं, तो 2004 में पार्टी को केवल चार सीटें ही मिल पाईं। पिछले विधानसभा चुनाव में स्थिति यहां तक पहुंच गई कि बीएसपी का खाता भी नहीं खुला। यूपी में सत्ता गंवाने के बाद से ही बीएसपी के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। विधानसभा में मुंह की खाने के बाद 2014 में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को काफी निराशा हाथ लगी थी। पार्टी यूपी में एक भी लोकसभा सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई। पार्टी के रणनीतिकारों के मुताबिक, बीएसपी की मुखिया मायावती को बिहार चुनाव से भी बड़ी उम्मीदें हैं। पार्टी का मानना है कि बिहार में अच्छे प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से पार्टी का ग्राफ बढ़Þेगा और इसका लाभ 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो पार्टी की नजर उन सीटों पर है, जहां बीएसपी ने पिछले चुनावों में अच्छा वोट हासिल किया था। ऐसी सीटों का ब्यौरा तैयार किया जा रहा है और उन इलाकों में खासतौर से मायावती की रैलियों का आयोजन किया जाएगा। मायावती 9 अक्टूबर से बिहार में रैलियों को सम्बोधित करने की शुरुआत करेंगी। बिहार चुनाव के प्रभारी रामअचल राजभर के मुताबिक, पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ रही है।
35-40 सीटों पर मजबूत स्थिति
बसपा ने बिहार को चार जोन में बांट कर चार प्रभारी नियुक्क्त किए हैं। एक प्रभारी डा. लालजी मेधांकर का कहना है कि बसपा 100 से अधिक सीटों पर मजबूती के साथ लड़ रही है। सीटें कितनी मिलेंगी अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। लेकिन 35 से 40 सीटों पर बसपा के उम्मीदवार बहुत ही मजबूत स्थिति में हैं। इतना मानकर चलिए कि इस बार बिहार में बीएसपी के सहयोग के बिना किसी की सरकार नहीं बनेगी। बीएसपी ही किंगमेकर होगी।
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