पूर्व सांसद भी विधायक बनने को ठोक रहे ताल

pariwarbad in bihar politiceआशीष कुमार मिश्र.पटना,
‘तुम नहीं और सही, और नहीं और सही’। कुछ इसी तर्ज पर इस बार बिहार विधानसभा के चुनाव में कई पूर्व सांसद चुनावी मैदान में विधायक बनने को ताल ठोक रहे हैं। वहीं कई पूर्व और मौजूदा सांसद अपनी विरासत को आगे बढ़Þाने अथवा क्षेत्र विशेष में अपना दबदबा कायम रखने के लिए अपने पुत्रों पर दांव खेल रहे हैं। प्राय: सभी प्रमुख दल से पूर्व सांसद या तो खुद या उनके पुत्र विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसदों में दिनेश चंद्र यादव सिमरी बख्तियारपुर से, महाबली सिंह चैनपुर से, बैद्यनाथ सहनी नौतन से, महेश्वर हजारी कल्याणपुर से पूर्व सांसद और पूर्व विधायक वीरेन्द्र कुमार सिंह नबीनगर से जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद अनिल कुमार भोरे से, पूर्णमासी राम रामनगर से और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह तरारी से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। सिंह के मुकाबले अभी एनडीए ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। पूर्व सांसद आलोक कुमार मेहता उजियारपुर से और विजय शंकर विजय मुंगेर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
एनडीए ने भी कई पूर्व सांसदों को मैदान में उतारा है। पूर्व सांसद लवली आनंद शिवहर से हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार पिपरा से और पूर्व सांसद अनिल कुमार यादव गोपालपुर से भाजपा उम्मीदवार हैं। पूर्व सांसद काली पांडेय लोजपा के टिकट पर कुचायकोट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुनाथ झा के पुत्र अजीत कुमार झा सपा के प्रत्याशी हैं। पूर्व सांसद भूदेव चौधरी रालोसपा के टिकट पर धौरेया से प्रत्याशी हैं।
पूर्व सांसद के बेटे भी बड़ी संख्या में मैदान में
विधानसभा चुनाव में कई सांसद व पूर्व सांसदों के पुत्र भी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। पूर्व सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने अपने दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी को मैदान में उतारा है। तेजस्वी राघोपुर से जबकि तेज प्रताप महुआ से राजद प्रत्याशी हैं। पूर्व सांसद जनार्दन यादव के पुत्र मनोज यादव भाजपा के टिकट पर बेलहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद उमाशंकर सिंह के पुत्र जितेंद्र स्वामी दरौंधा से चुनावी मैदान में उतरे हैं। पूर्व सांसद सीताराम सिंह के पुत्र राणा रणधीर सिंह मधुबन से चुनाव लड़ रहे हैं।

पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र और विधायक रणधीर सिंह फिर छपरा से राजद के उम्मीदवार हैं। पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के पुत्र राहुल तिवारी शाहपुर से राजद प्रत्याशी हैं। लोजपा सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के पुत्र मो. यूसूफ अली खान को लोजपा ने सिमरी बख्तियारपुर सीट से उतारा है।
युसूफ के मुकाबले जदयू प्रत्याशी पूर्व सांसद दिनेश चंद्र यादव मैदान में हैं। पूर्व सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री मो. अली असरफ फातमी के पुत्र मो. फराज फातमी केवटी से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक यादव से है। अशोक ने पिछले चुनाव में फराज को महज 29 वोट से हराया था। बोधगया से पूर्व सांसद राजेश कुमार के पुत्र कुमार सर्वजीत राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद ठाकुर कामख्या नारायण सिंह के पुत्र अजीत सिंह मुन्ना बांका से बसपा के प्रत्याशी हैं।
मौजूदा सांसदों के पुत्र भी प्रत्याशी
भाजपा सांसद छेदी पासवान के पुत्र रवि पासवान समाजवादी पार्टी के टिकट पर चेनारी से चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा सांसद अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत को भागलपुर से टिकट दिया गया है। भाजपा के राज्यसभा सदस्य डॉ. सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर ब्र२ापुर से किस्मत आजमा रहे हैं। कल्याणपुर से लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज मैदान में हैं।






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