बेगूसराय का कुख्यात महेश यादव हथियार के साथ दबोचा
बेगूसराय। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पंचायत रोजगार सेवक राजकिशोर प्रसाद के हत्या कामुख्य आरोपित महेश यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से एक लोडेड पिस्तौल और 22 कारतूस, हत्या में प्रयुक्त सीम और 22 सौ रुपएा नगद बरामद किया है। पुलिस ने महेश को शाम्हो थाना क्षेत्र के अकहा कुरहा के पास से दबोचा।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि राजकिशोर प्रसाद शाम्हो प्रखंड के सलहा सैदपुर बरारी -1 एक एवं 2 के पंचायत रोजगार सेवक(पीआरएस) थे। सलहा सैदपुर बरारी -1 के मुखिया आशा देवी और उसके देवर महेश यादव सहित अन्य बदमाशों ने मनमाने ढंग से मनरेगा के चेक पर साइन नहीं करने पर पीआरएस का लखीसराय से अपहरण कर लिया और बाद में उसकी नृशंस हत्या कर दी। शव को गंगा नदी में फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि पीआरएस की हत्या का अंजाम महेश यादव ने ही दिया था।
उसने पीआरएस को पिछले साल 31 दिसम्बर को बहाने से बुलाया और उसी दिन अपहरण कर गोली मार कर हत्या कर दी। दो जनवरी को पीआरएस की गुमशुदगी की रिपोर्ट लोहियानगर ओपी में दर्ज कराई गई थी। चार जनवरी को पीआरएस के भाई शिवबालक प्रसाद ने महेश यादव समेत अन्य बदमाशों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। एसपी ने बताया कि महेश ने स्वीकार किया है कि उसने पीआरएस को गंगा नदी में खड़ा कर गोली मारी थी। फिर शव को बोरा में रखा और उस में बालू भर के सिलाई कर की। उसके बाद शव को नाव में रख कर गंगा नदी के मध्य में फेंक दिया था। इसी कारण पुलिस शव को बरामद नहीं कर सकी। उन्होंने बताया कि आरोपित के पास से एक सीम मिला है। इसी सिम की सहायता से पीआरस को फोन कर अगवा किया गया था। एसपी ने बताया कि आरोपित के पास से बरामद सिम सजा दिलाने में अहम सबूत बनेगा। एसपी ने बताया कि पीआरएस हत्याकांड का स्पीड्री ट्रायल चलाया जाएगा।
साथ ही आरोपित पर आर्म्स एक्ट में भी स्पीड्री ट्रायल चलाया जाएगा। महेश यादव पर अपहरण, हत्या, रंगदारी, जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट आदि के नौ केस दर्ज हैं। पीआरएस राजकिशोर किराया के मकान में लोहियानगर में रहता था। एसपी ने बताया कि महेश यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत थी। महेश यादव की गिरफ्तारी के लिए बनाई की पुलिस टीम में शाम्हो थानाध्यक्ष वैभव कुमार, लोहियानगर ओपी प्रभारी अमित कुमार, दारोगा आशीष कुमार आदि थे। उल्लेखनीय है कि पीआरएस की हत्या के विरोध में पीआरएस संघ ने राज्यव्यापी आंदोलन किया था। पुलिस ने पांच जनवरी को पीआरएस हत्याकांड में नामजद सरपंच और मुखिया पुत्र समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था।
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