नीतीश ने 2.70 लाख करोड़ के विजन पैकेज से दिया मोदी के 1.25 करोड़ के बिहार पैकेज का जवाब

जब मैं उन्हें आइना दिखाता हूं तब वे मुझे अहंकारी कहते हैं, अहंकारी हूं या नहीं? यह फैसला मीडिया करे

जब मैं उन्हें आइना दिखाता हूं तब वे मुझे अहंकारी कहते हैं, अहंकारी हूं या नहीं? यह फैसला मीडिया करे

जब मैं उन्हें आइना दिखाता हूं तब वे मुझे अहंकारी कहते हैं, अहंकारी हूं या नहीं? यह फैसला मीडिया करे

पटना। बिहार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित 1.25 लाख करोड़ रूपए के पैकेज के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले पांच साल के लिए आज 2.70 लाख करोड़ रूपए की विकास योजना पेश की जिसमें हर परिवार को मुफ्त बिजली और पेयजल कनेक्शन शामिल है । प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज पर चुटकी लेते हुए कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए गए उनके पैकेज में सिर्फ पुरानी योजनाओं को नए तरीके से पेश किया गया है जबकि मेरे (2.70 लाख करोड़ रुपए) विजन में ऐसे कार्यक्रम शामिल हैं जो धरातल पर उतारने लायक हैं और मैंने इसके लिए संसाधन भी जुटाए हैं। कुमार ने कहा, ये मेरे दिल की बात है, मन की बात नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात सूत्री यह विकास योजना विभिन्न क्षेत्रों में चल रही योजनाओं के अतिरिक्त है। इस मौके पर कुमार के साथ राज्य के वित्तमंत्री बिजेंद्र यादव और वरिष्ठ मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि ये जदयू का घोषणा-पत्र है या जदयू, राजद और कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का घोषणा-पत्र है, इस पर मुख्यमंत्री ने नकारात्मक उत्तर दिया और कहा, यह लोगों के लिए मेरी प्रतिबद्धता है और मैं जानता हूं कि उनका यह विश्वास मुझ पर है कि जो मैं कहता हूं, वह करता हूं।
यह पूछे जाने पर कि क्या राजद और कांग्रेस उनके इस विजन से सहमत हैं, कुमार ने कहा, ‘‘आगामी बिहार चुनाव में मैं धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का नेता हूं। कुमार की सात सूत्री विकास योजना में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, युवा उद्यमियों और पेयजल, बिजली एवं शौचालय जैसी आधारभूत संरचना से जुड़ी जरूरतों पर विशेष जोर है। अपनी विकास योजना के सात प्रमुख बिंदुओं को विस्तार से बताते हुए कुमार ने युवाओं के लिए पांच नए कार्यक्रमों पर जोर दिया। बिहार की आबादी में सबसे अधिक संख्या युवाओं की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20-25 आयु वर्ग के युवाओं को नौ महीने की अवधि के लिए दो बार 1,000 रुपए का मासिक भत्ता दिया जाएगा ताकि नौकरियों तलाशने के दौरान इससे उनका खर्च निकले । जदयू नेता ने कहा कि 12वीं कक्षा पास करने वाले हर युवा को एक छात्र क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा जिसकी मदद से वह किसी भी बैंक से चार लाख रुपए का कर्ज ले सकेगा। इस क्रेडिट कार्ड से लिए गए कर्ज पर उन्हें राज्य सरकार तीन फीसदी ब्याज अनुदान देगी। कुमार ने कहा कि राज्य सरकार 500 करोड़ रूपए का उपक्रम पूंजी कोष :वेंचर कैपिटल फंड: स्थापित करेगी जिससे युवा उद्यमियों को विनिर्माण इकाई शुरू करने के लिए शुरूआती पूंजी मुहैया कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में मुफ्त वाई-फाई सुविधा मुहैया कराने का वादा किया । उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 38 जिलों में पंजीकरण एवं आधुनिक रोजगार परामर्श केंद्र खोले जाएंगे ताकि राज्य के 1.5 करोड़ युवाओं को बुनियादी कंप्यूटर शिक्षा, भाषा प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जा सके।
जब मैं उन्हें आइना दिखाता हूं तब वे मुझे अहंकारी कहते हैं, अहंकारी हूं या नहीं? यह फैसला मीडिया करे
भाजपा द्वारा अपने चुनाव प्रचार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अहंकारी बताने पर नीतीश ने आज मीडियाकर्मियों से कहा कि वह खुद इस बात का फैसला करें कि उनमें और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में से अहंकारी कौन है। नीतीश ने भाजपा द्वारा उन्हें अहंकारी’बताने से जुड़े सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, अहंकारी मैं हूं या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, इस बात का फैसला मैं आप लोगों पर छोड़ता हूं। मुख्यमंत्री ने पूछा, मेरे संवाददाता सम्मेलन में आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं और मैं तभी निकलूंगा जब मीडियाकर्मियों के सवाल खत्म हो जाएंगे…लेकिन क्या आपको उनसे :प्रधानमंत्री से: कोई सवाल करने का मौका मिलता है? पटना और राज्य के दूसरे हिस्सों में लगाए गए भाजपा के अधिकतर चुनाव प्रचार होर्डिंग में प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीरों के साथ मतदाताओं के लिए सवाल पेश किया गया है कि ‘क्या अपराध और अहंकार के आधार पर बिहार आगे बढ़ पाएगा?’ अपराध के पहलू पर भाजपा ने लोगों को नीतीश के राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से हाथ मिलाने के संभावित प्रभावों की याद दिलाने की कोशिश की है जिनके 15 साल के शासन में बिहार में विधि व्यवस्था की हालत कथित रूप से खराब थी। वहीं ‘अहंकार’ संबंधी संकेत नीतीश पर लक्षित है जो आगामी विधानसभा चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का चेहरा हैं। मुख्यमंत्री ने अहंकारी होने के आरोप को खारिज करते हुए कहा, जब मैं उन्हें आईना दिखाता हूं, वे मुझे अहंकारी करार देते हैं। नीतीश ने पूर्व में कई बार अहंकारी होने के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि एक स्वतंत्रता सेनानी का पुत्र होने के नाते उन्होंने हमेशा संस्कारों का पालन किया है।






Related News

  • मोदी को कितनी टक्कर देगा विपक्ष का इंडिया
  • राजद व जदयू के 49 कार्यकर्ताओं को मिला एक-एक करोड़ का ‘अनुकंपा पैकेज’
  • डॉन आनंदमोहन की रिहाई, बिहार में दलित राजनीति और घड़ियाली आंसुओं की बाढ़
  • ‘नीतीश कुमार ही नहीं चाहते कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, वे बस इस मुद्दे पर राजनीति करते हैं’
  • दाल-भात-चोखा खाकर सो रहे हैं तो बिहार कैसे सुधरेगा ?
  • जदयू की जंबो टीम, पिछड़ा और अति पिछड़ा पर दांव
  • भाजपा के लिए ‘वोट बाजार’ नहीं हैं जगदेव प्रसाद
  • नड्डा-धूमल-ठाकुर ने हिमाचल में बीजेपी की लुटिया कैसे डुबोई
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com