जदयू-राजग गठबंधन लाएगा जंगलराज पार्ट 2, भाजपा हटायेगी बिहार से बीमारू का ठप्पा

narendra modi gya bihar with amit shahगया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार-लालू के ‘राजनीतिक रूप से अवसरवादी गठबंधन’ पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अगर जदयू-राजद को सत्ता दी गई तो बिहार में फिर से जंगल राज की वापसी हो जाएगी। मोदी ने कहा कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व में राजग सरकार बनने पर पांच साल के भीतर राज्य से बीमारू का ठप्पा हट जाएगा, हालांकि उन्होंने बहुप्रतीक्षित आर्थिक पैकेज संबंधी वादे के बारे में कुछ भी ऐलान नहीं किया। प्रधानमंत्री ने एक पखवाड़े के भीतर बिहार में अपनी दूसरी जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से अपील की कि वे अहंकार में डूबी सरकार को हटाएं। बिहार विधानसभा चुनाव अक्तूबर-नवंबर में प्रस्तावित है। उन्होंने अपने संबोधन में जंगल राज शब्द का कई बार जिक्र किया और कहा कि बिहार की जनता जंगलराज पार्ट-2 को आने की अनुमति नहीं दे।
गया में एक रैली में प्रधानमंत्री ने कहा, आपने 25 साल तक राज्य पर शासन करने वालों के अहंकार, उत्पीड़न और धोखाधड़ी को झेला है। क्या आप पांच साल और इन्हीं लोगों को शासन करने का मौका देंगे? उन्होंने कहा, यह चुनाव उन लोगों के अहंकार, धोखाधड़ी और उत्पीड़न से मुक्ति का पर्व है जिन्होंने 25 साल तक शासन किया है। यह जंगाल राज से मुक्ति का पर्व है। यह बिहार में परिवर्तन लाने का पर्व है। यह बिहार के विकास और लोकतंत्र में विश्वास का पर्व है। आपने जंगल राज देखा है और अगर आपने जंगलराज पार्ट 2 की अनुमति दी तो राज्य और बर्बादी की ओर बढ़ चलेगा। उन्होंने कहा, अगर जंगल राज दो आ गया तो सब बर्बाद हो जायेगा। जंगल राज एक के दौरान जेल का अनुभव नहंी था जो अब है। जेल में कोई भी अच्छी बात नहीं सीखता। मोदी का इशारा राजद प्रमुख लालू प्रसाद के चारा घोटाले में जेल जाने की ओर था।
नीतीश और लालू के गठबंधन को राजनीतिक अवसरवादिता से बना गठबंधन करार देते हुए मोदी ने कहा, जिन लोगों ने जहर पिया है क्या चुनाव के बाद उगल देंगे। यह कहां गिरेगा? जनता की प्लेट में। क्या आपको उन्हें यह करने की अनुमति देनी चाहिए।narendra modi
लालू प्रसाद द्वारा जदयू से गठबंधन के दौरान ‘जहर पीने’ के बयान और नीतीश कुमार के रहीम के दोहे ‘चंदन विष व्यापत नहीं’ संबंधी टिप्पणी का परोक्ष उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, भुजंग प्रसाद कौन है, चंदन कुमार कौन है, मुझे पता नहीं चला। जहर कौन दे रहा है और इसे कौन पी रहा है, लेकिन जब चुनाव पूरा हो जाएगा तो वे मिलकर बिहार में जहरील माहौल बना देंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जहर पीने की बात कही, वे चुनाव के बाद जहर उगलेंगे, और यह जहर जनता को पीना पड़ेगा… क्या जनता उनको मौका देगी जिन्होंने जहर पिया या जहर पिलाया?  राम विलास पासवान (लोजपा), उपेंद्र कुशवाहा (रालोसपा), जीतन राम मांझी (हम-सेकुलर) की मौजदूगी वाले मंच से मोदी ने भाजपा नीत राजग की एकजुटता वाली तस्वीर पेश की। ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, राहुल शर्मा, राजीव रंजन और अनिल कुमार सहित जदयू के कई बागी विधायक भी मंच पर देखे गए।
प्रधानमंत्री ने कहा, अगर आप बिहार को बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर देखना चाहते हैं तो भाजपा सरकार-राजग सरकार बनाइए जिसके पास जीतन राम मांझी, रामविलास पासवान, amit shahउपेंद्र कुशवाहा और सुशील कुमार मोदी जैसे लोगों का सक्षम नेतृत्व है।
भाजपा की सरकारों वाले मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीमार राज्यों की श्रेणी से बाहर निकलने तथा हरियाणा एवं गुजरात के तेजी से विकास के पथ पर चलने का हवाला देते हुए मोदी ने कहा, हमें पांच साल दीजिए, हम सुनिश्चित करेंगे कि बिहार बीमारू की श्रेणी से बाहर आए।
हाल ही में आरजेडी (राजद) को ‘रोजाना जंगल राज का डर’ बताने वाले मोदी ने आज नीतीश की जेडीयू को ‘जनता का दमन और उत्पीड़न’ की संज्ञा दी। रैली में मौजूद लोगों से मोदी ने सवाल किया, हाल ही में पटना में दिन के उजाले में, सरकार की नाक के नीचे भाजपा के एक कार्यकर्ता को गोली मार दी गई।….क्या यह एक और जंगलराज की शुरूआत नहीं है? इस पर रैली में उपस्थित लोगों ने ‘हां….हां’ कह कर सहमति व्यक्त की। मुजफ्फरपुर की रैली में नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए डीएनए वाली टिप्पणी करने वाले मोदी ने गया की रैली में बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई निजी टिप्पणी नहीं की, हालांकि विकास के कथित अभाव को लेकर नीतीश पर हमला बोला। उन्होंने राजद के चुनाव चिन्ह का हवाला देते हुए कहा, ये लोग बिहार को अंधेरे में रखने के लिए हाथ में लालटेन थामे हुए हैं। मोदी ने कहा, आज के समय में सिक्किम जैसे छोटे राज्य में बिजली का प्रति व्यक्ति उपभोग 1000 किलोवाट है, जबकि बिहार में 150 किलोवाट है। बिहार से निकला झारखंड भी पांच गुना अधिक बिजली का उपभोग करता है। उन्होंने सत्ता में आने पर राजग के बिहार की तकदीर बदल देने की बात पर जोर देते हुए कहा कि बीते 25 वर्षों में राज्य में आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण शिक्षा के क्षेत्र की अनदेखी की गई है। मोदी ने कहा, बिहार में 17 से 20 साल की उम्र के 80 लाख लोग हैं। उन्हें तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास की जरूरत है। परंतु बिहार में इंजीनियरिंग की सिर्फ 25,000 सीटें हैं, जबकि ओडिशा में 1.13 लाख, पंजाब में 1.04 लाख तथा उत्तराखंड में 40,000 सीटे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि चार लाख से अधिक बिहारी छात्र दूसरे राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं जिससे बिहार को हर साल 4000 करोड़ रुपए का नुकसान होता है। narendra modi. gaya biharउन्होंने नीतीश कुमार पर अपने अहंकार के चलते राज्य के विकास के लिए ‘दिल्ली के साथ नहीं चलने’ को लेकर निशाना साधा। नीतीश पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, गंगा में पानी का तेज प्रवाह है लेकिन राज्य प्रमुख ‘लोटा उल्टा’ लिए हुए हैं इसलिए यह वहां नहीं पहुंच पर रहा है। बिहार में पर्यटन के विकास की असीम संभावनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ ‘वोट बैंक की राजनीति’ के कारण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा, हाल ही में मैंने कई एशियाई देशों का दौरा किया। कम्युनिस्ट शासन वाले देशों के नेताओं ने भी बोध गया की यात्रा करने की उत्सुकता जताई। पूरे देश के लोग गया में अपने पुरखों का पिंडदान करना चाहते हैं। मोदी ने कहा, यहां बम विस्फोट की खबरों से वे यहां आने से रूक गए। विस्फोटों के बाद बोध गया को विकसित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। जो लोग वोटबैंक की राजनीति में विश्वास करने वाले हैं उन्हें इसकी कहां परवाह है। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दशकों पहले महात्मा गांधी ने नौ अगस्त के दिन अंग्रेजों भारत छोड़ो का आह्वान किया था और आज बिहार के लोगों को उन लोगों के लिए यही आह्वान करना चाहिए जो जंगल राज के लिए जिम्मेदार हैं। शाह ने नीतीश कुमार पर अपने विज्ञापन और प्रचार में 300 करोड़ रुपए खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार समाजवादी होने का दावा कर सकते हैं, लेकिन अपनी छवि को चमकाने के लिए जो धन उन्होंने खर्च किया, उसे लोगों को बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में किया जा सकता था। लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि पिछले दिनों राजद के बंद के दौरान जबरन दुकानों एवं अन्य प्रतिष्ठानों को बंद कराया गया और सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
मोदी की रैली से पहले नीतीश ने बिहार से किए वादे, कालेधन तथा दूसरे कई मुद्दों को लेकर मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आपने बिहार के लिए विशेष दर्जे का वादा किया। 14 महीने बीत गए और लोग इंतजार कर रहे हैं। नीतीश ने पूछा कि ‘पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य पर यूटर्न लिया और उसके बाद किसानों की समस्या के प्रति उदासीनता और अंतत: नया भूमि अधिग्रहण बिल लाया गया। क्या यह वही है जो आपने किसानों से वादा किया था। उन्होंने पूछा bjp bihar gaya rally pmहै, जनता को विदेश से लाए जाने वाले काले धन से 15 से 20 लाख रुपए अपने खाते में डाले जाने का इंतजार है। क्या हम उनसे इस बारे में कुछ सुन पाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा है, 14वें वित्त आयोग की रिपोर्ट और बीआरजीएफ की वापसी से बिहार को पांच सालों में 50 हजार करोड रुपए का नुकसान होगा। क्या यह आपका सहयोगात्मक संघवाद है। नीतीश के सहयोगी लालू प्रसाद ने सवाल किया कि मोदी ने बिहार को विशेष दर्जे के बारे में क्यों बात नहीं की। लालू ने कहा, पूरा देश रो रहा है। उन्होंने विशेष दर्जे के बारे में बात क्यों नहीं की, बिहार को विशेष दर्जा देने से वह क्यों भाग रहे हैं?
पीएम मोदी ने बिहार के चुनावी माहौल को पूरी तरह गमार्ते हुए दोनों नेताओं पर यह 10 बड़े हमले किए।
1. मोदी ने लालू के जेल जाने की बात याद दिलाते हुए कहा, ह्यजंगलराज पार्ट-2 में अब जेल का अनुभव जुड़ गया है और इसलिए बबार्दी की संभावना बढ़Þ गई है।
2. लालू के शासन की याद दिलाते हुए और उनके जेल जाने पर मोदी ने चुटकी ली, ह्यकोई जेल जाता है तो क्या सीख कर आता है? कोई अच्छी चीजें सीख कर आता है क्या? बुराइयां लेकर आता है न?
3. ह्यपता ही नहीं चल रहा है कि बिहार में भुजंग प्रसाद कौन है और चंदन कुमार कौन है। मुझे तो पता ही नहीं चल रहा है। पता नहीं कौन किसको जहर पिला रहा है, कौन किसका जहर पी रहा है।
4. मोदी ने जेडीयू के नाम का मतलब ह्यजनता का दमन और उत्पीड़नह्य बताया। जबकि राजद पर हमला बोलते हुए कहा, ह्यए लालटेन वालों ने आपको अंधेरे में रखा है, परीक्षा का समय आए तो आपको बिजली मिलती है क्या?
5. आतंकवाद के मसले पर भी मोदी ने नीतीश की जमकर घेराबंदी करते हुए कहा, ह्यबोध गया के धमाकों ने पूरी दुनिया को हिला दिया। विश्व भर में बौद्ध मत के अनुयाई अचंभित रह गए। लेकिन वोट बैंक की राजनीति में डूबे हुए लोग, उनको इसकी कोई परवाह नहीं थी। उनके लिए ऐसी घटनाएं आती हैं और जाती हैं।
6. मोदी बोले, यअगर जंगलराज पार्ट-2 आया तो सब बर्बाद हो जाएगा।
7. नीतीश और लालू दोनों को लपेटते हुए मोदी बोले, ह्यए जहर पीने वाले चुनाव के बाद जब जहर उगलेंगे तो वो किसकी थाली में गिरेगा। जनता की थाली में कि नहीं? ए जहर पीने वालों को चुनाव के बाद जहर उगलने का देना चाहिए क्या?
8. नीतीश सरकार को विकास में बाधक करार देते हुए कहा, ह्यदिल्ली से विकास की गंगा बह रही है, लेकिन यहां के नेताओं ने उल्टा लोटा ले रखा है। जिससे विकास की लहर लौट जाती है।
9. 25 सालों से जिनको झेला है, जिनके हर जुर्म को, अहंकार, धोखाधड़ी को झेला है, इन सबसे मुक्ति का पर्व ए चुनाव आने वाला है।
10. मोदी ने युवाओं के लुभाते हुए कहा, यबिहार के 4 से 5 लाख युवा अपने घर, परिवार और मित्रों को छोड़कर पढ़ाई के लिए घर से बाहर रह रहे हैं। एनडीए की सरकार आने पर हम बिहार का भाग्य बदलेंगे और शिक्षा की व्यवस्थाएं दुरुस्त करेंगे।

ताने पर नीतीश का करारा जवाब:बीजेपी मतलब ‘बड़का झुट्ठा पार्टी’
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गया में दिए गए भाषण पर करारा पलटवार किया है। उन्होंने पीएम द्वारा बिहार के नेताओं पर की गई ‘उल्टा लोटा’ लेकर खड़े होने वाली चुटकी का जवाब देते हुए कहा, ‘हमारे यहां अर्घ्य देने की परंपरा है nitish kumarऔर इस दौरान लोटा उल्टा ही होता है।’ नीतीश ने यह भी कहा कि देश के प्रधानमंत्री को यह ही पता नहीं है कि बिहार अब बीमारू राज्य नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की बातें बिहार आकर पीएम मोदी ने की हैं, वह उनसे पद को शोभा नहीं देतीं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी जेडीयू को जनता दमन उत्पीड़न पार्टी बताने वालों की पार्टी बीजेपी को लोक ‘बड़का झुट्ठा पार्टी’ कहने लगे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि बिहार के नेता उल्टा लोटा लेकर खड़े रहते हैं। इस पर करारा जवाब देते हुए नीतीश ने कहा, ‘हमारे यहां झठ पूजा होती है, जिसमें अर्घ्य दिया जाता है। जब अर्घ्य देते हैं तो लोटा उल्टा ही होता है। और तो और प्रधानमंत्री जी नया ज्ञान दे गए कि गंगा दिल्ली से बहती है। और हम तो उनसे दिल्ली जाकर भी मिले थे, मगर वह सिर्फ बातें करते हैं।’
रविवार शाम को मीडिया से मुखातिब हुए नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गया में दिए भाषण पर करार पलटवार किया। नीतीश ने कहा, ‘वह पहले बिहार के डीएनए को लेकर कई तरह की टिप्पणियां करके चले गए थे। इस बार उम्मीद की जा रही थी कि वह अपने शब्दों को वापस लेकर गलती का सुधार करेंगे, मगर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। उल्टा वह बिहार को दुर्भाग्यशाली और बीमारू बताकर चले गए। उन्हें पता नहीं है कि अब बिहार बीमारू राज्य नहीं कहलाता। यहां के इंडिकेटर्स जो हैं, उस हिसाब से बिहार बीमारू नहीं है।’ नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने बिहार को किस आधार पर बीमारू कहा। नीतीश ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने बिहार से दो राज्यों की तुलना करते हुए कहा- मध्य प्रदेश और राजस्थान अब बीमारू राज्य से बाहर निकल गए, क्योंकि वहां पर बीजेपी की सरकार रही। ऐसा करते वक्त उन्होंने अपने ही पुराने और वरिष्ठ नेताओं का अपमान कर दिया। वह भूल गए कि पहले उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपराष्ट्रपति रहे भैरोसिंह शेखावत ने राजस्थान में अंत्योदय की शुरुआत की थी और इसके लिए उन्हें सराहा गया था। मगर वह कहते हैं कि पिछले 5-10 सालों में ऐसा हुआ।’

लालू प्रसाद ने कहा- पीएम नरेंद्र मोदी का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है
पटना। लालू ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री का मानसिक संतुलनlaloo yadav बिगड़ रहा है। लालू ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘जैसे-जैसे बिहार का चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे प्रधानमंत्री का मानसिक संतुलन खराब होता जा रहा है।’ उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री के स्तर को गिराया है। अब उनके भाषणों को लोग मजाक में लेते हैं।’एक अन्य ट्वीट में लालू ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि 15 महीने के कार्यकाल में उन्होंने बिहार के लिए क्या किया? भूतकाल के भूत न बनें आगे देखें।’ लालू ने ट्वीट कर यह भी कहा है कि आगामी चुनाव में लड़ाई मंडल बनाम कमंडल के बीच होना है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जो जंगलराज-2 का डर दिखाते हैं, वे खुद मंडलराज-2 से घबराए हुए हैं। यह मंडलराज-2 बनाम कमंडल राज होगा।’






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