तेजस्‍वी यादव और नीतीश कुमार के रिश्‍तों पर सीबीआई का ‘छापा’

तेजस्‍वी यादव और नीतीश कुमार के रिश्‍तों पर सीबीआई का ‘छापा’

वीरेंद्र यादव
आज शुक्रवार को विधान सभा की कई संसदीय समितियों की बैठक थी। इस क्रम में कवरेज के लिए विधान सभा गये हुए थे। कमेटियों की बैठक से लेकर लॉबी तक सीबीआई के छापे की ही चर्चा थी। निवेदन समिति के सभापति हैं विनोद नारायण झा। इस समिति की बैठक में एक साथ छह सदस्‍य की मौजूद थे। बैठकों के दौरान ऐसा बहुत कम होता है, जब समिति के तीन-चार से अधिक सदस्‍य एक साथ बैठक में मौजूद हों। समितियों की बैठक में बारी-बारी से सदस्‍य आते हैं और हस्‍ताक्षर कर के लौट जाते हैं। हालांकि स्‍पीकर विजय सिन्‍हा समितियों को कार्यशील और प्रभावी बनाने की लगातार पहल कर रहे हैं।
हम बात कर रहे थे सीबीआई की छापे की। पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी के आवास समेत कई ठिकानों पर सीबीआई के छापे की चर्चा हर जगह थी। राजद समेत कई दलों के विधायकों ने छापे के कारणों के संबंध में हमसे पूछा। हमने कहा कि हाल के दिनों में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव और मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के बीच नेवता-हंकारी बढ़ रही है, नाश्‍ता-पानी भी चल रहा है। जातीय जनगणना समेत कई मुद्दों पर आपसी सहमति बन रही है। इस तरह से तेजस्‍वी यादव और नीतीश कुमार के आपसी रिश्‍तों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। इसके माध्‍यम से तेजस्‍वी यादव को अप्रत्‍यक्ष रूप से नीतीश कुमार से दूरी बनाये रखने की धमकी दी जा रही है।

 (File photo)

हमने कहा कि सेना वाले आमतौर शांतिकाल में युद्धाभ्‍यास करते हैं, ताकि हरवे-हथियार को धारदार बनाये रखा जा सके। सीबीआई वाले भी ‘बेरोजगारी’ के समय में छापाभ्‍यास करते हैं। उसी छापाभ्‍यास की तहत शुक्रवार को सीबीआई ने छापेमारी की थी। यह छापा राजद प्रमुख लालू यादव से जुड़ा हुआ है। इसलिए इसकी विस्‍तारक क्षमता बढ़ गयी है। लालू यादव की लोकप्रियता के कारण खबर की ताकत बढ़ जाती है। इस कारण लगता है कि छापे से कोई राजनीतिक विस्‍फोट हो गया है। ऐसा कुछ नहीं है। सुबह अखबारों में आठ कॉलम में शीर्षक बनेगा और परसों सुबह सब कुछ सामान्‍य हो जायेगा।
इस दौरान राजद के विधायकों से हमने कहा कि वीरेंद्र यादव न्‍यूज अपना जून अंक लालू यादवजी के जन्‍मदिन पर विशेषांक प्रकाशित कर रहा है। इस अंक में हमने लालूजी के 75वें जन्‍मदिन पर सिर्फ 75 शुभकामना विज्ञापन प्रकाशित करने का लक्ष्‍य रखा है। हमने विधायकों से कहा कि आपलोग इस लक्ष्‍य को हासिल करने में हमारा सहयोग कीजिये। राजद के सांसद और विधान मंडल सदस्‍यों की संख्‍या लगभग 90 है। हमने कहा कि एकमात्र पत्रिका वीरेंद्र यादव न्‍यूज है, जो लालूजी को लेकर सकारात्‍मक और वैचारिक आलेख प्रकाशित करता है।
उधर, संसदीय समिति की बैठक में शामिल होने आये विधायकों से बातचीत में काफी समय निकलता जा रहा था। भूख बढ़ती जा रही थी। इस कारण करीब साढ़े तीन बजे हम विधान सभा से अपने घर के लिए रवाना हो गये।
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