विवाह से पहले तलाक

laloo nitishबिहार कथा. पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। जनता परिवार के महाविलय के कयासों के बीच जदयू ने यह साफ कर दिया है कि वह राजद के साथ विलय नहीं करेगी। अब जदयू विलय की जगह मात्र गठबंधन की बात कर रहा है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने वशिष्ठ नारायण ने रविवार को कहा अब महाविलय नहीं, गठबंधन होगा। सिंह ने कहा कि जनता परिवार के महाविलय की बात फिलहाल टल गई है। सहयोगी दल अब आगामी विधान सभा चुनाव गठबंधन में ही लड़ेंगे। पार्टी का चुनाव अभियान 18 जून से शुरू होगा। इस बीच, कांग्रेस ने लालू-नीतीश के बीच समझौता न होने की स्थिति में जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
राहुल से मिले प्रदेश अध्यक्ष
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी से शनिवार को करीब आधे घंटे तक मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं की मुलाकात में यह तय हुआ है कि अगर नीतीश और लालू की पार्टी के बीच कोई समझौता नहीं हो पाता है तो उस हालत में कांग्रेस नीतीश के साथ जाएगी। जदयू के साथ जाने के पीछे पार्टी का तर्क है कि मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने बेहतर काम किया है।






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