श्रीकांत हत्याकांड : चवन्नी किलर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर
सीवान/गोपालगंज/छपरा।
भाजपा नेता श्रीकांतहत्या कांड में गत 26 फरवरी को सुपारी किलर शैलेंद्र यादव की गिरफ्तारी और 11 अप्रैल को विकास पाल सिंह वर्फ विक्की की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली थी। विकास की गिरफ्तारी से श्रीकांत हत्याकांड के कई राज खुले थे। इसके बाद पुलिस ने शीघ्र ही मुख्य किलर अमित उर्फ चवन्नी सिंह व राजद नेता उपेंद्र सिंह की शीघ्र गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन अब तक पुलिस खाली हाथ है और इनकी गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है। यह दोनों ही इस हत्याकांड की मुख्य कड़ी हैं। इनकी गिरफ्तारी से ही हत्या के राज सामने आ सकेंगे, जिसका सभी को इंतजार है। पुलिस को दिए बयान में शैलेंद्र और विकास की स्वीकृति के बाद राजद नेता उपेंद्र सिंह व उनके भाई राजेश सिंह द्वारा हत्यारों की बाइक, उनके रहने-खाने का प्रबंध करने और सुपारी देने की बात सामने आ रही है। साथ ही हत्यारों द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद चवन्नी और विकास बाइक से 23 नवंबर की रात छपरा पहुंचे और शैलेंद्र सीवान से गोरखपुर एक संबंधी के यहां रात भर रहे। वहीं काले रंग की बजाज पल्सर बाइक और हत्या में प्रयुक्त पिस्टल व गोली आदि रख कर अगली सुबह पटना रवाना हुए. पटना से ट्रेन से कोलकाता पहुंचे। पुलिस का कहना है कि इसके पूर्व भी बदमाश कई बार रेकी के लिए सीवान पहुंचे थे। उस समय भी उनके रहने व खाने-पीने की व्यवस्था उपेंद्र सिंह के घर पर ही की गई थी।
पुलिस का कहना है कि राजद नेता उपेंद्र का हत्याकांड में प्रमुख हाथ रहा है और उसी के इशारे पर चवन्नी द्वारा हत्या की बात सामने आई है। परंतु, उपेंद्र की श्रीकांत से दुश्मनी की कोई बात सामने नहीं आई है। ऐसे में उपेंद्र ने किसके कहने पर इस घटना का अंजाम दिया। पुलिस इसकी जांच में जुटी है। फिलहाल चवन्नी व उपेंद्र की गिरफ्तारी का इंतजार है।
किसके इशारे पर किया गया काम : श्रीकांत हत्याकांड को अंजाम देने के बाद 23 नवंबर की ही रात विकास व चवन्नी के बाइक से छपरा पहुंचने व छपरा शहर में ही राजद नेता उपेंद्र सिंह के संबंधी के यहां ठहरने की बात पुलिस को बताया गई है. साथ ही वहीं हत्या में प्रयुक्त असलहा व काले रंग की बजाज पल्सर बाइक रखने की बात कही गई है। पुलिस राजद नेता उपेंद्र के संबंधी की पहचान में जुटी है। साथ ही पुलिस विकास को रिमांड पर लेकर छपरा ले जाएगी, ताकि राजद नेता के संबंधी की पहचान हो सके. भाजपा नेता श्रीकांत की हत्या को अंजाम देने के बाद छपरा स्थित उपेंद्र के संबंधी के यहां हत्यारों के रात्रि में ठहरने और वहीं बाइक व हथियार रख कर कोलकाता रवाना होने की बात स्पष्ट हो चुकी है। विकास ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि सारी डिलिंग मोनू उर्फ चवन्नी के द्वारा ही की गई थी। सुपारी का लेन-देन भी उसने ही किया था। वह उसके साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया गया। विकास ने पुलिस को बताया कि श्रीकांत हत्याकांड को सफलता पूर्वक अंजाम देने के बाद उसे सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया गया था। ऐसे में प्रश्न उठता है कि जब श्रीकांत की उपेंद्र से कोई दुश्मनी नहीं थी, तो फिर किस कारण व किसके इशारे पर उसने यह सब किया। पुलिस का मानना है कि उपेंद्र व चवन्नी की पकड़ में आने से ही मामला स्पष्ट होगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीवान के पुलिस कप्तान विकास वर्मन का कहना है कि श्रीकांत हत्याकांड में शामिल उपेंद्र सिंह व चवन्नी की गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है। एसआइटी व यूपी पुलिस लगातार संपर्क में हैं. दोनों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उपेंद्र के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई न्यायालय के आदेश मिलते ही शुरू की जाएगी।
कृष्णा शाही को भी दी है जान से मारने की धमकी
ज्ञात हो कि यूपी के इसी सुपारी किलर ने गोपालगंज के भाजपा नेता कृष्णा शाही को भी जान से मारने की धमकी दी है। इस संबंध में हथुआ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है।
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