मुख्यमंत्री जी ! विधायक पप्पू पांडे हमें और गवाहों को निपटाना चाहता है
हथुआ नरसंहार के पीड़ित ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम लिखा खुला पत्र
आदरणीय मुख्यमंत्री जी
………………………….सप्रेम नमस्कार।
आशा करता कि आप इस कोरोना संक्रमण काल में सकुशल होंगे । मैं राज्य के जनता को भी सकुशल होने का उम्मीद करता हूं।
आदरणीय मुख्यमंत्री जी आपको यह पत्र लिखने की जरूरत इसलिए पड़ी ताकि मैं अपनी स्थिति अवगत करा सकू।
जैसा कि आप जानते ही हैं की विगत् माह के 24 तारिख को आप की पार्टी के दबंग, बाहुबली तथा नरभक्षी विधायक के इशारे पर मुझे, मेरे परिवार सहित मारने की कोशिश की गई।इस घटना में मेरे माता-पिता तथा भाई की जान चली गई और संयोगवश मैं किसी तरह बच निकला।इह घटना में शामिल 3 व्यक्तियों की गिरफ्तारी तो हो चुकी है परन्तु आपका यह नरभक्षी विधायक अब भी खुले में घूम रहा है।
मुख्यमंत्री जी मैं आप को याद दिला दूं कि जब आपने पद और गोपनीयता की शपथ ली तब आप ने कहा था कि मैं संवैधानिक दायरे में रहकर बिहार के आठ करोड़ जनता की सेवा बिना भेदभाव किए करूंगा। क्या मैं उस दायरे में नही आता हूं ?क्या आपकी यह जिम्मेदारी नही है कि राज्य के प्रत्येक जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करें ? मुख्यमंत्री जी सत्ता का खेल तो चलता रहेगा , सरकारें बनती बिगड़ती रहेंगी परंतु कर्त्तव्य सर्वोपरि रहेगा।
मैंने आपके बारे में कुछ पढ़ा है कि आपकी राजनैतिक उपज जेपी आंदोलन से हुई है।जिस जयप्रकाश नारायण ने सदैव राज्य,देश, तथा संविधान को सर्वोपरि माना ,आप उसके विपरीत कैसे चल सकते हैं ? क्या यह जेपी के विचारों के साथ कुठाराघात नही है ? मुख्यमंत्री जी मैं आपकी राजनैतिक मजबूरी समझ सकता हूं परन्तु इस प्रकार की रवैया जिवंत लोकतंत्र के लिए घातक है।
मुख्यमंत्री जी शायद आपको नही मालूम इस नरभक्षी विधायक का खुलेआम घूमना मेरे जीवन के लिए कितना ख़तरनाक है। मैं और मेरा परिवार हर पल डर के साए में जी रहा हैं।
सतीश पांडेय और मुकेश पाण्डेय की गिरफ्तारी के बाद आपका यह नरभक्षी विधायक बौखला गया है और मुझे और मेरे परिवार के बचे लोगो को जान से मारने के लिए रणनीति बना रहा है। पांडेय परिवार के प्रति समर्पित रहने वाले अपराधी छवि के चमचे और गुर्गे इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि पप्पू पांडेय के बाहर रहने से हम कभी भी जेपी यादव और बाकी गवाहों से निपट लेंगे।
मुख्यमंत्री जी मैं आप को याद दिला दूं कि पांडेय परिवार विषैले कोबरे की झूंड है जिसके सामने खड़े होने की हिम्मत दिखाई है।जिसकी कीमत मुझे अपने माता-पिता तथा भाई की जान गंवा कर चुकानी पड़ी।
मुख्यमंत्री जी हथुआ के जनता की जुबान पर यह चर्चा आम हो गई है कि #पहलवान (सत्तीस पांडेय का प्रसिद्ध उपनाम) जेपी यादव को किसी भी हाल में जिंदा नही छोड़ेंगे क्योंकि उसने पांडेय परिवार का FIR में नाम लेकर अपने व अपने परिवार के लिये बहुत बड़ा खतरा मोल लिया है,
मुख्यमंत्री जी मैं संविधानप्रस्त व्यक्ति हूं और संवैधानिक दायरे में रहकर अपने क्षेत्र के कमजोर, गरीब और समाजिक रुप से पिछड़े लोगों की निस्वार्थ सेवा करना चाहता हूं। अगर आपको लगता है कि मैं ग़लत सोचता हूं तो भेज दिजिए अपने लाडले नरभक्षी विधायक को ताकि यह कहानी ही खत्म हो जाए और आप की सत्ता सदैव कायम रहे।
शिकवे तो ढेर सारा है परंतु फिलहाल इतना ही ।
……………….. आपके आठ करोड़ की गिनती से अलग एक दुखियारा ।
………………………………….. जेपी यादव
…….इंक़लाब जिंदाबाद
Related News
क्राइम कन्ट्रोल का बिहार मॉडल !
क्राइम कन्ट्रोल का बिहार मॉडल ! पुष्यमित्र आनंद मोहन, पप्पू यादव, शाहबुद्दीन, मुन्ना शुक्ला, अनंतRead More
बेटी का अपहरण करने आए वांटेड क्रिमिनल से अकेले भिड़ गई मां
महिला ने बदमाश से छीने हथियार, हथियार के साथ पकड़ाए दो अपराधी झाझा (जमुई)। बिहारRead More
Comments are Closed