सिंगल होने के बावजूद भी लड़कियों को क्यों नहीं पड़ती बॉयफ्रेंड की जरूरत?
सिंगल होने के बावजूद भी लड़कियों को क्यों नहीं पड़ती बॉयफ्रेंड की जरूरत?
Aliya Rawat,
इसका उत्तर मैं आपको एक उदाहरण से दूंगी ! मेरी एक दोस्त है उसका नाम है रिया (काल्पनिक) हम दोनों एक साथ एक ही कॉलेज में पढ़े है और वो मेरी काफी अछि दोस्त भी रही है, वो देखने में सामान्य है जब हम कॉलेज से घर जाते थे तो लड़के उसपे अलग अलग कमेंट करते थे, और वो इसके जवाब में मुस्कुरा देती थी ! रिया का पहला अफेयर सातवीं क्लास में रहा जो उसने मुझे खुद बताया था, उसके बाद उसकेअनगिणत अफेयर रहे थे और जब भी उसका ब्रेकअप होता था वो बहुत रोती थी, उसके बाद एक अफेयर उसका शादीशुदा लड़के से था जिसके 2 बच्चे भी थे !
दूसरी दोस्त है सुनैना, वो देखने में काफी आकर्षित है और लड़के उसपे भी काफी कमेंट करते थे, लेकिन वो इन सब चीज़ो में ज़्यादा ध्यान नहीं देती थी ! उसका आज तक किसी लड़के के साथ अफेयर नहीं रहा था ! मैं जब इन चीज़ो के बारे में सोचती थी तो अचरज होता था की दो इंसानो का नजरिया कितना अलग है और मैंने इस बारे में काफी सोचा , विचार किया और अंत में एक निष्कर्ष पर पहुंची की अफेयर समय की मांग नहीं बल्कि प्यार की मांग है !
जो मेरी पहली दोस्त है रिया उसके पापा काफी शराब पीते थे और घर में काफी लड़ाई झ्रगड़ा भी रहता था, घर में सिर्फ रिया और उसकी छोटी बहन थे जो की अभी स्कूल में थी, रिया के जीवन में प्यार की हमेशा कमी रही उसे कभी अपने पिता का इतना प्यार नहीं मिल पाया जितना दूसरी लड़कियों को मिलता था ! और इसी प्यार की तलाश में वो एक लड़के से दूसरे लड़के के प्यार में पड़ जाती थी इंसान को जिस चीज़ की कमी होती है वो उसी की तरफ भागेगा ! प्यासा पानी की तरफ और भूखा खाने की तरफ !
वही सुनैना अपने घर में लाड़ली थी अपने परिवार की अपने भाई की और सबसे ज़्यादा अपने पिता की, वो बचपन से ही अपने पिता के ज़्यादा करीब थी और घर में सभी का प्यार भी पर्याप्त था ! शायद यही बात थी की उसे कभी प्यार के लिए किसी लड़के पे निर्भर नहीं रहना पड़ा ! और इसलिए ऐसी लड़कियों को कभी बॉयफ्रेंड की ज़रूरत नहीं पड़ती !
बाकी सभी का नजरिया अलग होता है मुझे जैसा लगा मैंने वो लिख दिया !
hi.quora.com से साभार
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