कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन में भोजपुरी सितारे भी अपने अपने घरों में कैद हैं। भोजपुरी के पॉवर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह (Pawan Singh) भी फिलहाल अपने आरा के घर में समय काट रहे हैं। हालांकि इस बीच पवन सिंह के साथ एक ऐसी घटना भी घटी जिसका जिक्र उन्होंने भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी (Kajal Raghwani) के इंस्टालाइव शो ‘खट्टी मीठी बातें विद काजल राघवानी’ में किया।काजल राघवानी ने पवन से सवाल किया, अगर आपको अपने शहर आरा में घूमने का मन करता है तो आप कैसे घूमते हैं। क्योंकि पहले की तरह आप बिंदास घूम नहीं सकते। फैंस की भरमार लग जाएगी। काजल राघवानी के सवाल का जवाब देते हुए पवन सिंह ने कहा, परेशानी तो होता है। और बहुत ज्यादा होता है। लेकिन ये सौभाग्य है। इसी परेशानी के लिए लोग क्या से क्या करते हैं।लॉकडाउन में हाल ही की एक घटना का जिक्र करते हुए पवन सिंह आगे बताते हैं कि कुछ दिन पहले की बात है। ये आरा का मेरा पहला घर है। और जो दूसरा घर है वहां मेरा स्टूडियो बना है जो आरा शहर के थोड़ा बाहर में है। इस बीच वहां जाना हुआ तो लोगों को इसका पता लग गया। बकौल पवन सिंह मैं जैसे ही स्टूडियो पहुंचा। वहां महिलाओं से लेकर बच्चे, बूढ़े तक की इतनी भीड़ लग गई कि मैं दुविधा में पड़ गया था कि बाहर निकलूं कि ना निकलूं। लेकिन लोगों का इतना प्यार है कि पत्थर बरसाने लगे। और कहने लगे कि भैया निकल रहे हैं कि नहीं, नहीं तो घर तोड़ डालेंगे।मिलने को लेकर जब लोगों की नाराजगी काफी बढ़ गई तो पवन सिंह को बाहर आना पड़ा। पवन सिंह बताते हैं कि लोगों को बाहर आकर शांत कराया। उनसे बोला कि काम करने आया हूं। काम के बाद मिलेंगे। हम तो आपके घर के ही हैं। पवन सिंह के बाहर निकलने के बाद सभी लोग.बता दें पवन सिंह के गाने का पहला एल्बम साल 1997 में ‘ओढ़निया वाली’ आया था। इसके बाद साल 2005 में कांच कसैली रिलीज़ हुआ। 2008 में पवन सिंह के एल्बम लॉलीपॉप लागेलु रिलीज़ हुआ जिसने पवन सिंह की पहचान “लॉलीपॉप लागेलु” से अंतरास्ट्रीय पर होने लगी। पवन सिंह की पहली फिल्म की बात करें तो साल 2007 में ‘रंगली चुनारिया तोहरे नाम’ भोजपुरी फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी।
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