नये साल में बिहार के मास्टरों की छुट्टियों पर पांच दिन की कटौती
छपरा. जिले के प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों को नए साल 2018 में 60 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी। गर्मी की छुट्टियां जून में होंगी जबकि वर्ष 2017 में मई महीने में ही गर्मी की छुट्टियां हुई थीं। वर्ष 2018 में पिछले साल की अपेक्षा पांच छुट्टियां कम ही मिलेंगी। शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ के हस्ताक्षर वाली 2018 की अवकाश तालिका संयुक्त रूप से सभी शिक्षक संघों ने जारी कर दी है। अवकाश तालिका के अनुसार वर्ष 2018 में हिन्दी व उर्दू प्रारंभिक विद्यालयों में शुक्रवार व रविवार की छुट्टियां छोड़कर दो महीने की छुट्टियां मिलेंगी। वर्ष 2017 में 65 छुट्टियां मिली थीं। इसमें प्रकाशोत्सव वर्ष गुरुगोविंद सिंह जयंती को लेकर तीन व चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष को लेकर दो छुट्टियां शामिल थीं। ये पांच छुट्टियां वर्ष 2018 में नहीं मिलेंगी। वहीं, वर्ष 2017 में गर्मी की छुट्टियां 20 मई से 8 जून तक हुई थीं लेकिन, वर्ष 2018 में गर्मी की छुट्टियां नौ जून से 28 जून तक होंगी।
दुर्गापूजा में आठ दिनों की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियों के बाद सबसे अधिक दिन की छुट्टियां दुर्गापूजा में रहेंगी। इस बार शुक्रवार व रविवार की छुट्टियां छोड़कर दुर्गापूजा की छुट्टी आठ दिनों की मिलेगी। दुर्गापूजा की छुट्टियां 10 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक रहेंगी। वहीं, दीपावली, चित्रगुप्त पूजा व छठ व्रत की छुट्टियां 7 नवम्बर से होंगी।
बिना अनुमति नहीं होगा परिवर्तन
प्रारंभिक विद्यालयों की अवकाश तालिका में डीपीओ स्थापना की बिना पूर्वानुमति के कोई परिवर्तन नहीं होगा। विद्यालय सामान्य दिनों में पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक व प्रात:कालीन अप्रैल में सुबह सात बजे से अपराह्न 12 बजे और मई व जून में सुबह साढ़े छह बजे से पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे तक संचालित होंगे। हिन्दी व उर्दू विद्यालय क्रमश: शनिवार व गुरुवार को पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न डेढ़ बजे तक चलेंगे। शुक्रवार को नमाज अदा करने के लिए विद्यालय में साढ़े बारह बजे से दो बजे तक मध्यांतर होगा। शेष दिनों में एक बजे से डेढ़ बजे अपराह्न तक मध्यांतर होगा। रमजान के महीने में विद्यालय पूर्वाह्न नौ बजे से तीन बजे अपराह्न तक होगा। वहीं, मध्यांतर साढ़े बारह बजे से एक बजे अपराह्न तक होगा। आवश्यकतानुसार विद्यालय कार्यक्रम के निर्धारण का अधिकार विद्यालय शिक्षा समिति को होगा। इसकी सूचना प्रधानाध्यापक को अपने निरीक्षी पदाधिकारी को देनी होगी।
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