बिहार के आईएएस जितेंद्र झा की लाश होने से पत्नी का इनकार, शिनाख्त के लिए दिल्ली पहुंचे पिता
पटना : दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पालम बिहार में मिले दो शवों में से एक शव सदर प्रखंड के बभनगामा वार्ड नंबर-12 निवासी आइएस अधिकारी जितेंद्र कुमार झा का होने की बात की है. साथ ही सुसाइड नोट मिलने की बात चिनगारी की तरह फैल गयी और जोर-शोर से चर्चा होने लगी. वहीं, लापता आइएएस अधिकारी जितेंद्र कुमार झा का शव जब दिल्ली स्थित उनकी पत्नी के पास पहुंचाया गया, तो उन्होंने अपने पति का शव होने से इनकार कर दिया. वहीं, शव का शिनाख्त करने के लिए सुपौल से उनके पिता दर्पनारायण झा दिल्ली पहुंच चुके हैं. हैरान करनेवाली बात है कि जब दिल्ली पुलिस से जितेंद्र झा के लिखित सुसाइड नोट की मांग की गयी, तो पुलिस ने देने से इनकार कर दिया. हालांकि, दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सुसाइड में जितेंद्र झा ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराने और डीएनए रिपोर्ट के इंतजार की बात परिजनों द्वारा की जा रही थी. वहीं, अब तक खुलासा नहीं हो सका है कि शव जितेंद्र कुमार झा का ही है. वहीं शव का शिनाख्त करने के लिए सुपौल स्थित बभनगामा से उनके पिता दर्पनारायण झा दिल्ली पहुंच चुके हैं.
क्या है मामला
बीते सोमवार की सुबह दिल्ली स्थित अपने निवास स्थान द्वारका सेक्टर-09 शिवाली कॉम्पलेक्स से मॉर्निंग वाक के लिए एचआडी मंत्रालय में तैनात आइएस अधिकारी जितेंद्र कुमार झा निकले थे. इसके बाद घर वापस नहीं लौटे. ज्यों-ज्यों समय बीता, परिजनों की परेशानी बढ़ने लगी. बच्चे पूछते हैं कि पापा कहां गये मम्मी, कब तक घर लौटेंगे. घर क्यों नहीं आ रहे हैं. घर के लोगों के जेहन में कई सवाल आ रहे हैं. परिजनों ने अनहोनी की आशंका जतायी है. सोमवार को जब जितेंद्र कुमार झा वापस घर नहीं लौटे, तो अंत में उनकी पत्नी अपने पैतृक गांव बभनगामा में सास-ससुर को उनके घर नहीं लौटने की जानकारी दी.
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