Monday, September 12th, 2022

 

साहित्य है तो शब्द है, शब्द है तो वार्तालाप है, वार्तालाप है तो जीवन सरस है

साहित्य है तो शब्द है, शब्द है तो वार्तालाप है, वार्तालाप है तो जीवन सरस है, वरना सब निरर्थक और नीरस लगता। पर अगर आज इस आधुनिक दौर में हम ये सोचते हैं कि आज की नई पीढ़ी को साहित्य में कोई अभिरूचि नहीं है तो ये गलत होगा। अभी हाल में ही आभा फाउंडेशन और शांति युवा क्लब द्वारा आयोजित कविता प्रतियोगिता में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों ने बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लिया। विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन को सही दिशा देने के लिए आभा फाउंडेशन की अध्यक्ष आभाRead More


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