बेटिकट यात्रियों से मौज में रेलवे , कन्फर्म को टिकट लेने की `सजा`
बिना टिकट वाले यात्री ने किया कन्फर्म टिकट वालों की ऐसी तैसी,
महज 16 दिन में यात्रियों से वसूला गया 1.17 करोड़ रुपये जुर्माना
बेटिकट यात्रियों से वसूले 1.17 करोड़ रुपये जुर्माना
बिहार कथा ब्यूरो, नई दिल्ली.
कोरोना काल ट्रेनों की संख्या सीमित होने और जनरल तथा स्लीपर के लिए काउंटर से टिकट नहीं कटने के कारण हर दिन हजारों यात्री बिना टिकट लेकर ट्रेन में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सफर कर रहे हैं. उन्हें बेटिकट होने पर ट्रेन में लगने वाले जुर्माने का भी डर नहीं है. जहां एक ओर इसका खामियाजा कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर रेलवे के जेब में करोड़ों रुपए आ रहे हैं. बिना टिकट यात्री खुशी खुशी टीटी से जुर्मान वसूल कर स्लीपर क्लास में घुस जाते हैं और हर कंपार्टमेंट में भीड़ बढ़ा दे रहे हैं, इतना ही नहीं कोरोना को लेकर तय की गई सोशल डिसटेंसिंग की भी ऐसी तैसी हो रही है. जबकि होना यह तथा कि बिना टिकट वाले लोगों को स्टेशन में घुसने ही नहीं देना चाहिए था.
कंफर्म टिकट के बिना लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर करने की मनाही है. बावजूद इसके लिए बिना टिकट लिए लोग ट्रेन में सवार हो जा रहे हैं. यात्रियों को बेना टिकट यात्रा को रोकने के बजाय रेलवे ने अपना खजाना भरने का अभियान शुरू कर दिया है. दिल्ली मंडल में इस माह 16 तारीख तक बेटिकट यात्रियों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी अभियान जारी रहेगा.
कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होने के साथ ही विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है. लोकल ट्रेनें भी पटरी पर लौट रही हैं. इसके साथ ही बेटिकट यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है. इन दिनों सिर्फ कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ट्रेन में सफर करने की अनुमति है. लंबी दूरी की ट्रेनों के सामान्य श्रेणी कोच में सफर करने के लिए भी सीट आरक्षित कराना पड़ता है. पहले सिर्फ कंफर्म टिकट वालों को प्लेटफार्म पर जाने दिया जाता था, लेकिन अब प्लेटफार्म टिकट की बिक्री शुरू होने और कुछ लोकल ट्रेनों के चलने से सख्ती कम हो गई है. इसका फायदा उठाकर बिना टिकट या फिर प्लेटफार्म टिकट लेकर कई लोग ट्रेन में सवार हो जाते हैं.
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि बिना टिकट यात्रियों को ट्रेन में सवार होने से रोकने के लिए स्टेशनों व ट्रेनों में जांच अभियान चलाया जा रहा है. एक से 16 जुलाई तक 22,410 यात्रियों को बिना टिकट पकड़कर इनसे 1.17 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया. इस दौरान जुर्माना नहीं देने पर 175 यात्रियों को रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया.
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