भागलपुर : सामाजिक- सांस्कृतिक ताना बाना को सहेजे भागलपुर का संग्रहालय
संवाददाता / अमित कुमार
अपने सामाजिक सांस्कृतिक ताने-बाने को अगर समझना हो तो आप भागलपुर के संग्रहालय आ सकते हैं, यहां बौद्धकालीन कलाकृतियां, भगवान महावीर से जुड़े अवशेष और प्राचीन सिक्कों को धरोहर के रूप में सुरक्षित रखा गया है, जिससे आप अपने इतिहास को अच्छी तरह समझ सकते हैं, भागलपुर संग्रहालय की स्थापना 11 नवंबर 1976 को किया गया था, इसमें प्रथम शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर आधुनिक काल तक की अनेक कलाकृतियां मौजूद हैं, यह कलाकृतियां जैन और बौद्ध धर्म से संबंधित हैं, साथ ही बराह, सरस्वती ,दशावतार, सप्तमातृका , बुद्धपटटिका के साथ 12वें तीर्थंकर वासुपूज्य की प्रतिमा भी यहां मौजूद हैं, यह मंदार से प्राप्त गणेश की छठ भुजिय खंडित प्रतिमा, महिषासुर मर्दिनी की काले पत्थर द्वारा निर्मित बांका से प्राप्त खंडित प्रतिमा भी शोभा बढ़ा रही है, साथी भागलपुर संग्रहालय में कई दुर्लभ प्रतिमा है और कलाकृतियां के साथ-साथ प्राचीन सिक्के मौजूद हैं….
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