Saturday, April 24th, 2021
कोरोना संकट में स्वानुशासन
– राकेश सैन गान्धी जी कहा करते थे, कि स्वानुशासन यानी अपने (स्व:) पर अनुशासन किसी सभ्य समाज की कसौटी होता है। उन्होंने ये कहा ही नहीं बल्कि इसको अपने जीवन में लागू भी करके दिखाया और यही कारण रहा कि उनका हर आन्दोलन इस सिद्धान्त की उदाहरण बना। दुनिया कोरोना की दूसरी लहर से स्तब्ध हुई, अब चुनौती भारत में है। देश के प्राय: सभी हिस्सों में मास्क न लगाने सहित अनेक अनुशासनहीन दृश्य आम हैं। प्रश्न है कि क्या हम आपदाओं को आदतन बुलाते हैं ? सामूहिक व्यवहारRead More