हथुआ के विधायक सह मंत्री रामसेवक सिंह को संजय स्वदेश ने फिर सवालों से घेरा
संवाददाता. गोपालगंज.
हथुआ के विधायक सह बिहार के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को दलित ओबीसी जनजागरण संघ के संयोजक ने फिर सवालों से घेरा हैं. संजय स्वदेश ने मंत्री रामसेवक सिंह से पूछा है कि आखिर हथुआ विधानसभा क्षेत्र के लिए भीषण गमी और उमष में कब तक बिजली कटौती का दर्द झेलंगे. बिजली के कटने का न कोई टाइम है और न ही आने का टाइम है. संजय ने कहा कि मंत्री रामसेवक सिंह और उनका परिवार इंवर्टर व जनरेटर की बिजली से बिजली कटौती के दौराज सुख से रहता है, लेकिन क्षेत्र की आम जनता में उमस भरी गर्मी में बदहाल हो जाती है. दिन में पसीना होता है. राम में बिजली नहीं होने के कारण लोग उमस भरी गर्मी में जाग कर रात काटते हैं.
संजय स्वदेश ने कहा कि बिहार में दूसरे राज्यों की उपेक्षा सबसे ज्यादा महंगी बिजली है. यदि पब्लिक समय पर बिल नहीं देती है तो बिजली विभाग के कर्मचारी झट से बिजली काट देते हैं. इसके बाद भी हथुआ की पब्लिक को एक उपभोक्ता होने के अधिकारों से वंचित रहना पड़ता है, उन्हें भरपूर बिजली नहीं मिलती है.संजय ने
कहा कि दूसरे शहरों में जब बिजली कटौती होती है तो इसकी सूचना पहले दी जाती है. लेकिन हथुआ में बिजली कटोती से पूर्व न कोई सूचना दी जाती है और न ही बिजली आने की कोई जानकारी दी जाती है. गर्मी से बेहाल लोग गांव गलियों में भटकते हैं. कुछ लोगों को तो अंधेरे में कुत्तों ने काट लिया. वहीं कई जगह से अंधरे में चोरी की भी घटनाएं सामने आई है.
विधायक को गालियां देने लगी है पब्लिक
संजय स्वदेश ने कहा कि एक ओर मंत्री रामसेवक सिंह दावा करते हैं कि उनकी सरकार भरपूर बिजली दे रही है, वही दूसरी ओर हकीकत यह है कि हथुआ में बिजली
संजय स्वदेश
कटौती आम बात हो गई है. गांव गलियों में उमस से परेशान पब्लिक विधायक को गालियां देने लगी हैं. इसके बाद भी हथुआ के विधायक को पब्लिक की परेशान और उनके दर्द का एहसास नहीं हो रहा है. कटौती के बाद बिजली आती भी है तो अधिकतर बार वोल्टेज इतना कम होता है कि उससे पंखा केवल नाम भर का चलता है.
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