संजय स्वदेश ने हथुआ के विधायक और राजेश सिंह कुशवाहा को सवालों से घेरा
संवाददाता, गोपालगंज.
हथुआ विधानसभा के जदयू विधायक सह मंत्री रामसेवक सिंह और हथुआ से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में लगे राजेश सिंह कुशवाहा आपस में मिले हुए हैं. यह आरोप लगाते हुए दलित ओबीसी जनजागरण संघ के संयोजक संजय स्वदेश ने कहा है कि आखिर ये दोनों नेता आपराधिक घटनाओं पर गूंगे क्यों हो जाते हैं. समाजिक न्याय को लेकर कभी कुछ नहीं बोलते हैं. अपराधिक घटनाओं में पब्लिक के साथ खडे होने के बजाय ये अपराधियों का हौसला बढाते हैं. संजय ने कहा कि आखिर राजेश सिंह कुशवाहा हथुआ से किस लिए इलेक्शन लड कर विधायक बनना चाहते हैं. उनके नजर में वर्तमान विधायक रामसेवक सिंह में क्या बुराई है, क्या कभी इसको लेकर दो चार लाइन फेसबुक पर या मीडिया में बयान दिया है. हथुआ विधानसभा क्षेत्र में किसी मुद्दे को लेकर लेकर क्या कभी राजेश कुशवाहा ने रामसेवक सिंह के खिलाफ मुंह खोला है. संजय ने कहा कि सच्चाई यह है कि हथुआ की जनता के दर्द से इन दोनों नेताओं को कुछ भी नहीं लेना देना है. इन्हें तो विधायक बन कर केवल विधायक फंड की राशि के हिस्से की मलाई चांपनी है.
जनता के हित में कब खडे रहे राजेश
राजेश कुशवाहा पर निधाना साधते हुए संजय स्वदेश ने कहा, यदि राजेश कुशवाहा जनता के हितैषी होते तो चुनाव हाने के बाद क्षेत्र में जनता के बीच हमेशा बने रहते. नीतीश की गलत नीतियों का विरोध करते, लेकिन इन्होंने कभी भी किसी सार्वजनिक मुद्दे पर बयान नहीं दिया है. इतना ही नहीं राजेश कुशवहा कभी भी सडक पर उतर कर पब्लिक के हीत में किसी मुद्दे को लेकर सघर्ष करते हुए नहीं दिखाई दिये.
संजय के तीर
– क्या कभी राजेश कुशवाहा ने राम सेवक के खिलाफ मुंह खोला है
– हथुआ की जनता के दर्द से इन दोनों नेताओं को कुछ भी नहीं लेना देना
– यदि जनता के हितैषाी होते राजेश कुशवाहा तो हारने के बाद नीतीश की गलत नीतियों का विरोध करते
– हथुआ में होने वाली हत्या और अपराधिक घटनाओं पर दोनों नेता क्यों हो जाते हैं गूंगे
– युवा नेताओं को कभी उभरने को क्यों नहीं करते हैं प्रोत्साहित
विकास को लेकर कोई सोच नहीं रखते दोनों नेता
संजय ने कहा राजेश कुशवाहा को हर हाल में विधायक बनना है, लेकिन उनके पास हथुआ के विकास के लिए क्या योजना है, इसको लेकर कोई कभी भी बात कर के देख ले, चार लाइन नहीं बोल सकते हैं. यही हाल वर्तमान विधायक रामेसवक सिंह का है. ये दोनों नेता हथुआ के विकास को लेकर आज तक पब्लिक मंच से कुछ नहीं बोले. राजेश कुशवाहा टिकट के लिए बार—बार पार्टी बदल चुके हैं. तो विधायक रामसेवक ने हथुआ में केवल वहीं कार्य किये हैं जो कोई भी सामान्य विधायक कर सकता है. तीन बार के विधायक को हथुआ के समुचित विकास करवाने के लिए पर्याप्त समय मिला, लेकिन कोई विकास का एजेंडा या सोच नहीं होने से ये कुछ भी नहीं कर पाये.
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