Sunday, June 21st, 2020
योग के युग पतंजलि परमहंस माधवदास बाबा
योग के युग पतंजलि परमहंस माधवदास बाबा – संजय तिवारी ये न होते तो हमारे दौर में योग का पुनर्जागरण न होता। ऋषियों की साधना गुफाओं तक सिमटकर जैसे सदियों से बची हुई हुई थी वैसे ही न जाने और कितनी सदियों तक बची रहती। लेकिन सौ साल की उम्र में परमहंस माधवदास (बंगाली बाबा) ने महसूस किया कि वक्त आ गया है जब दुनिया को योग की शिक्षा दी जाए। और इसकी शुरूआत हुई आज से सौ साल पहले, गुजरात में। परमहंस माधवदास ने अपने दो शिष्य चुने जिन्हेंRead More
फादर्स डे : कितने बदल गए पिता !
ध्रुव गुप्त रिश्तों की दुनिया में पिता मनुष्यता के आरम्भ से अभी कुछ सदियों पूर्व तक एक रहस्य ही रहा था। विकास के लाखों सालों में यह रिश्ता परिवर्तनों के कई-कई दौर से गुजरा है। मां के ममत्व की घनी छांह तो हर युग में लगभग एक-सी ही रही है, लेकिन पिता का अपनी संतानों के साथ जुड़ाव और व्यवहार सामाजिक परिवर्तनों और परिस्थितियों के साथ लगातार बदलता रहा है। इसे रिश्ते को समझने के लिए हमें स्त्री-पुरुष के संबंध के इतिहास में जाना होगा। सृष्टि के लाखों साल बादRead More