सूर्य के चारों ओर ये लाल-नीले वलय बनने के कारण
सूर्य के चारों ओर ये लाल-नीले वलय बनने के कारण
शनिवार को गोपालगंज में दोपहर करीब 12:10 बजे से 12:40 बजे
खगोल विज्ञान में ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ कही जाती है ये घटना
गोपालगंज के आस-पास के जिलों में शनिवार को सूर्य के चारों ओर एक लाल और एक नीला वलय देखा गया. खगोल विज्ञान में इसे ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ कहते हैं. ऐसा तब होता है जब सूर्य या चंद्रमा की किरणें बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ क्रिस्टलों से अपवर्तित हो जाती हैं.
कहां देखा गया वलय
शनिवार को दोपहर करीब 12:10 बजे से 12:40 बजे के बीच यह घटनाक्रम है. इस बारे में भौतिक विज्ञान के शिक्षक शशिभूषण भारती ने बताया कि इस घटना को सूर्य या कुछ मौकों पर चंद्रमा का ‘22 डिग्री सर्कुलर हलो’ कहा जाता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के बादल सामान्य तौर पर तब बनते हैं, जब पृथ्वी की सतह से पांच से दस किलोमीटर उंचाई पर जलवाष्प बर्फ के क्रिस्टलों में जम जाती है.
ठंडे देशों में ये ज्यादातर होती है ये घटना
उनके मुताबिक, ठंडे देशों में यह आम घटनाक्रम है. हालांकि, भारत जैसे देशों में यह दुर्लभ है. ये घटना कब होगी, इसका कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. इससे पहले यह घटनाक्रम अप्रैल 2013 में शहर के उपनगरों में दिखाई दिया था. इसके बाद तूफान आने की आशंका होती है.
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