लालू परिवार से राज्यसभा के लिए कोई उम्मीदवारी नहीं

12 मार्च को होगा उम्मीदवारों का ‘अनावरण’
सवर्णों की कुनबेबाजी की गिरफ्त में भाजपा
Birendra Yadav
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बिहार से राज्यसभा की 5 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। 13 मार्च नामांकन की अंतिम तारीख है, जबकि नाम वापसी की तिथि 18 मार्च है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के हिसाब से सभी पक्षों के पास पर्याप्त वोट है। विधायकों की संख्या के हिसाब से राजद 2, जदयू 2 और भाजपा एक सांसद को राज्यसभा भेजने में सक्षम है। संभव है कि 18 मार्च को शाम 4 बजे के बाद उम्मीदवारों को जीत का प्रमाणपत्र सौंप दिया जाये। अगर वोटिंग की नौबत आयी तो 26 मार्च को मतदान की तिथि तय है।
उम्मीदवारों के चयन को लेकर तीनों दलों में मंथन शुरू हो गया है। राजद को राज्यसभा की दो सीटों के लिए उम्मीदवार तय करना है। 10 नंबर के करीबी सूत्रों के अनुसार, इस बार लालू यादव परिवार से कोई सदस्य राज्यसभा के उम्मीदवार नहीं होंगे। पिछले दो राज्यसभा चुनाव में अप्रत्याशित ढंग से राम जेठमलानी और अशफाक करीम राजद के उम्मीदवार बन गये थे। इस बार भी कोई अप्रत्याशित उम्मीदवार सामने आ जायें तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। हालांकि राजद के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि विधान सभा चुनाव के वर्ष में कार्यकर्ताओं की अनदेखी भारी पड़ सकती है।
जदयू भी 2 सांसदों को राज्यसभा भेजेगा। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, रामनाथ ठाकुर और कहकशां परवीन का कार्यकाल 9 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। पटना के राजनीतिक गलियारे में तीनों की विदाई तय मानी जा रही है। हालांकि कुछ लोगों को हरिवंश सिंह की वापसी का भरोसा है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी पिछले कई वर्षों से सिकहर टूटने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन किस्मत साथ नहीं दे रही है।
भाजपा एक सांसद को भेजेगी। 2016 में भाजपा ने राजपूत गोपाल नारायण सिंह और 2018 में कायस्थ रविशंकर प्रसाद को राज्यसभा भेजा था। राजद के सांसद रामजेठमलानी के निधन से खाली हुई सीट पर भाजपा ने ब्राह्मण सतीशचंद्र दुबे को भेज दिया। यानी भाजपा सवर्ण के ‘कुनबेबाजी’ से बाहर नहीं निकली। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार भी भाजपा किसी सवर्ण को भेजेगी। कायस्थ आरके सिन्हा और भूमिहार सीपी ठाकुर का कार्यकाल 9 अप्रैल को समाप्त हो रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजद और जदयू अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा यानी उम्मीदवारों का अनावरण 12 मार्च को कर सकते हैं, जबकि भाजपा 9 मार्च को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है। कई राज्यों के लिए भाजपा राज्यसभा उम्मीदवारों की घोषणा एक साथ करेगी।
इस बीच प्राप्त जानकारी के अनुसार राजद, भाजपा और जदयू ने नामांकन पत्रों में प्रस्तावकों के हस्ताक्षर ले लिये हैं। पार्टियों ने कई सेटों में प्रस्तावकों का हस्ताक्षर करवा लिया है। उम्मीदवारों के नाम तय होने के बाद सिर्फ उम्मीदवार का नाम भर दिया जायेगा और अन्य आवश्यक जानकारी रिक्त स्थानों पर भर दी जायेगी। नामांकन पत्र को प्रपत्र दो (ए) कहा जाता है। यह तैयार कर लिया गया है।
नामांकन पत्र के साथ उम्मीदवार को शपथ पत्र भी जमा करना पड़ता है, जिसे प्रपत्र 26 (ए) कहा जाता है। इसमें उम्मीदवारों से जुड़ी सभी जानकारी होती है, जिसमें शिक्षा, अपराध से लेकर परिसंपत्ति तक पूरी जानकारी होती है। संभव है कि तीनों दलों के उम्मीदवार अंतिम तिथि 13 मार्च को ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे।






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