मास्टर साहब फिर जाएंगे हड़ताल पर !!
22 को धरना और 28 से हड़ताल करेंगे शिक्षक :बि.रा. शि. सं. म.
बिहार काथा, गोपालगंज,7फरवरी। 22 फरवरी को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन एवं 28 फरवरी से प्रारंभिक , माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ,बिहार राज्य शिक्षक महासंघ(34540),बिहार अनुकम्पा शिक्षक संघ सहित कई संघो ने मिलकर बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन कर आंदोलन की घोषणा की गयी है।
उक्त जानकारी प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ की जिला पदाधिकारी बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष रणदीप सिंह ने दी। जिला कार्यालय में आयोजित जिला अध्यक्ष रणदीप सिंह ने कहा कि शिक्षक एवं विद्यार्थियों के हित का ध्यान रखते हुए आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी हैं।
जिला अध्यक्ष रणदीप ने कहा कि बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले बिहार सरकार से समान काम के बदले समान वेतन, राज्यकर्मी का दर्जा, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, शिक्षक के आश्रित को सहायक शिक्षक पद पर नियुक्ति करने, शिक्षिकाओं को 180 दिन का मातृत्व अवकाश 730 दिन का शिशु देखभाल अवकाश, शिक्षक को 30 दिन का पितृत्व अवकाश, भविष्य निधि , राज्य कर्मचारी जीवन बीमा निगम का लाभ देने की मांग की गई है। सरकार द्वारा मांग 22 फरवरी के पूर्व पूरा नही करने पर मोर्चा द्वारा तय आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा शिक्षक।
बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष रणदीप सिंह, मंच संचालन महामंत्री महंत सिंह कुशवाहा, तथा धन्यवाद ज्ञापन संगठन मंत्री अमरेंद्र प्रधान ने किया। बैठक को शिक्षक नेता नगनारायण सिंह, दुर्गेश तिवारी, मनीष कुमार, रविश मिश्रा,अमरेंद्र साह, नीरज पांडेय, मनोज मांझी, नागेन्द्र प्रसाद, ओमप्रकाश यादव, राजेश प्रसाद, विनय कुमार, उमेन्द्र सिंह, जितेंद्र साह, कनिष्क कुमार, निधि तिवारी, सुमन कुमारी , खुशबू श्रीवास्तव, आरती कुमारी, वंदना शर्मा आदि ने संबोधित किया।
Related News
जन सुराज अगर दल बनता है तो जिसकी जितनी संख्या है उसको उतना मालिकाना हक मिलेगा : प्रशांत किशोर
जन सुराज ने आयोजित किया जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्म शताब्दी समारोह वैशाली में बोलेRead More
‘बिहार के गांवों में बिजली तो पहुंच गई है, लेकिन लोग बिजली के गलत और बढ़े हुए बिल से परेशान ‘
बिहार के गांवों में बिजली तो पहुंच गई है, लेकिन लोग बिजली के गलत औरRead More
Comments are Closed