Wednesday, February 19th, 2020

 

बिहार में एक ऐसा एरिया जहां शादी कर रहे जोड़े को मिलता भगवान का दर्जा

दहेज की कुरीति से दूर बिहार का यह आदिवासी समाज, यहां  रिश्ता लेकर लड़की के घर जाते जाते लड़के वाले तूफानी चौधरी, पश्चिम चंपारण। बिहार में एक समाज ऐसा भी है जो शादी कर रहे जोड़े को भगवान का दर्जा देता है। इसमें दहेज (Dowry) की कुरीति नहीं पायी जाती। हम बात कर रहे हैं पश्चिम चंपारण के थारू (Tharu) आदिवासियों (Tribe) की। आधुनिकता में वे किसी से कम नहीं, लेकिन सोच ऐसी कि ये कुरीतियों को इर्द-गिर्द नहीं फटकने देते। इस समाज में नारी सशक्तीकरण (Woman Empowerment) को देखना होRead More


3 अरब, 80 करोड में बनाना था पटना को स्मार्ट सिटी, अफसरों ने खर्च किया बस 75 करोड

चार साल में एक भी प्रोजेक्ट नहीं बना स्मार्ट पटना का स्मार्ट सिटी में चयन हुए चार साल बीत चुका है। इस बीच पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर को स्मार्ट बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट ही बना रहा है। लेकिन चार साल में एक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। हालांकि, स्मार्ट सिटी में चयन होने के बाद शहर को स्मार्ट बनाने के लिए चयन भी ऐसे क्षेत्र का किया गया जो पहले से डेवलप है। इसके बाद भी पटना में स्मार्ट सिटी का कोई प्रोजेक्ट चार साल में पूराRead More


गिरीराज सिंह ने कहा- भारत के पीड़ितों को ले जाए पाकिस्तान

पूर्णिया. केंद्रीय मत्स्य एवं पशुधन मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान भी सीएए जैसा एक कानून बनाए और भारत के पीड़ितों को ले जाए। बिहार के पूर्णिया जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएए-एनआरसी का विरोध देश के खिलाफ एक तरह से खिलाफत है। उन्होंने कहा कि भारतवंशियों को इंसाफ देने के लिए यह कानून बनाया गया है लेकिन कुछ लोगों को पीड़ा हो रही है। भारत अपने पूर्वजों की गलतियों को सुधार रहा है। गिरिराज सिंह ने यहRead More


सरकार पुलिस से रिजल्ट चाहती है, पुलिस टारगेट देखती है

Vikash Mishra अगस्त 1990। केंद्र की वीपी सिंह सरकार ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करने का फैसला ले लिया था। 15 अगस्त को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र संघ भवन के सामने छात्रों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला था। उस वक्त इलाहाबाद के एसएसपी थे विभूति नारायण राय। उन्होंने छात्रों पर घोड़े दौड़ाने के आदेश दे दिए थे। 1990 में जो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र होंगे, उन्हें बखूबी याद होगा उस रोज का मंजर। घोड़ों की टापों के नीचे छात्र चीख रहे थे। उन पर लाठियांRead More


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