बिहार में 50 रुपए कमाने की लालच में युवाओं को नशेडी बनाने का काला धंधा!
बिहार में 50 रुपए कमाने की लालच में युवाओं को नशेडी बनाने का काला धंधा!
पटना के पाटलिपुत्र एरिया में चल रहे अवैध कारोबार का पुलिस ने किया पर्दाफाश
बिहार कथा न्यूज नेटवर्क. पटना. पटना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के कालेकरनामे का पर्दाफाश किया है, जिससे सुन कर आप सन्न रह सकते हैं. यहां पचास रुपए का इंजेक्शन बेचने के चक्कर में युवाओं को नशेडी बनाने वाले गैंग का भंडाफोड हुआ है. पटना में युवाओं को नशे के दलदल में धकेलने वाले गिरोह सक्रिय हैं. जिसके सदस्य युवाओं को महज 50 रुपए में नशे का इंजेक्शन उपलब्ध करा रहे हैं. रविवार को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया. पुलिस को राजीव नगर के मुस्तफा हुसैन ने जब इसकी जानकारी दी तो पुलिस भी सन्न रह गई. तत्काल पुलिस ने ड्रग विभाग के साथ छापेमारी की. वहां से भारी मात्रा में नशे का इंजेक्शन बरामद हुआ है. इसके साथ ही कई कंपनियों की फर्जी दवा भी बरामद हुई है. मौके से पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पूछताछ में ये बताया है कि वो महज 50 रुपए में युवाओं को नशे का इंजेक्शन लगाता था. मामले में पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है. ब्रांड प्रोटेक्शन के डायरेक्टर मुस्तफा हुसैन ने रविवार को पुलिस को फोनकर पुलिस को सूचना दी कि इंदिरा नगर में शैलेंद्र कुमार अवैध रूप से नशे का कारोबार करता है. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर इंजेक्शन इंजेक्शन बरामद हुआ. इसके साथ ही नशे का टैबलेट और सीरप भी भारी मात्रा में बरामद हुआ. पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया. पूछताछ में ये पता चला है कि जो युवा नशे के कारोबार में लिप्त होते हैं वो लोग ही इसके पास आते थे. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो पिछले दो साल से ये अवैध काम कर रहा है.
दिल्ली से मंगाता था इंजेक्शन
आरोपी दिल्ली से इंजेक्शन मंगाता था. पुलिस को ये जानकारी मिली है कि ये लोग इंजेक्शन लगाने के साथ-साथ शहर में भी सस्ते दामों में इंजेक्शन से सप्लाई करता था. आरोपी जहां पर भी सप्लाई करता था उसकी तलाश कर रही है. उन लोगों के ठिकाने पर पुलिस छापेमारी कर रही है. साथियों की गिरफ्तारी के बाद मामले का और खुलासा हो पाएगा.
नशे की गिरफ्त में पटना के अनेक युवा
पटना में इंजेक्शन और स्मैक जैसे खतरनाक नशा का कारोबार बढा है. इससे सबसे ज्यादा युवा प्रभावित हैं. राजधानी पटना में पहचान किए गए नशे के चंगुल में फंसे अधिकतर की उम्र 30 वर्ष से कम है. ये युवा कभी यारी दोस्ती या कभी स्टेटस सिंबल, कभी प्रेम में असफलता, कभी माता पिता की ओर से उपेक्षा के कारण नशे के चंगुल में फंसते चले गए.
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