बिहार की पब्लिक में मॉबलिचिंग का नशा

बच्‍चा चोरी के नाम पर चार को पीटा, मोबाइल चोर बता पीट-पीटकर मर्डर

बिहार में उन्‍मादी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। अब तो मामला पटना तक पहुंच गया है। बच्‍चा चोरी व माबाइल चोरी के नाम पर बिहार में हुई उन्‍मादी हिंसा की घटनाओं पर डालते हैं नजर।

पटना [जागरण से साभार]। बिहार में उन्‍मादी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार की नाक के नीचे पटना में शुक्रवार को ऐसे तीन मामले सामने आए। बच्‍चा चोरी के नाम पर तीन जगहों पर उन्‍मादी हिंसा की घटनाएं हुईं। इसके पहले माबाइल चोरी के शक में भीड़ ने एक वृद्ध की पीट-पीटकर हत्‍या कर दी। इसके अलावा गया में भी एक महिला को बच्चा चोर समझकर पीटा गया।
परसा में भीड़ ने साधु को पीटा, थानेदार पर भी हमला
पटना के परसा के रहीमपुर में ग्रामीणों ने बच्चा चोरी का आरोप लगाते हुए एक साधु की जमकर पिटाई कर दी। अधमरा होने तक लोग साधु को पीटते रहे। सूचना मिलने पर पहुंचे थानेदार जयप्रकाश भीड़ से आरोपित को निकालने का प्रयास करने लगे तभी लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। आक्रोशित लोगों ने थानेदार की भी पिटाई कर दी। पुलिस जीप में भी तोडफ़ोड़ की। भीड़ के हमला से डरकर थानेदार के साथ आए अन्य पुलिसकर्मी भाग गए। थानेदार ने काफी मशक्कत कर साधु को अपने कब्जे में लिया और थाने आए। आरोपित को थाना लाने के दौरान ग्रामीणों के हमले से दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। साधु की पहचान जहानाबाद एरकी निवासी रामव्रत राठौर (40 वर्ष) के रूप में हुई।
साधु रामव्रत राठौर शुक्रवार को रहीमपुर स्थित दीपक यादव के घर भिक्षा के लिए पहुंचे। उन्होंने घर के किसी एक सदस्य का दो माह में सरकारी नौकरी होने का आश्वासन दिया और फिर भोजन की मांग की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि साधु के कहने पर महिला भोजन लाने के लिए घर के अंदर गई। घर से दीपक यादव का पांच वर्षीय पुत्र बाहर निकला और उसे चॉकलेट दिलाने के नाम पर साधु रामव्रत राठौर हाथ पकड़कर ले जाने लगा। परिवार के दूसरे सदस्यों की जब नजर पड़ी तो बच्चा चोर का शोर मचाना शुरू किया और रामव्रत राठौर को घेरकर पीटने लगे। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि रामव्रत काफी दिनों से परसा स्टेशन पर डेरा जमाए हुए था और वह मानसिक बीमार लग रहा था।
मनेर में भी बच्चा चोरी के आरोप में विक्षिप्त को पीटा 
मनेर के महिनावा टोला के समीप गुरुवार की रात ग्रामीणों ने बच्चा चोरी के आरोप में एक विक्षिप्त की जमकर पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को अस्पताल में भर्ती कराया। विक्षिप्त व्यक्ति की पहचान यूपी के देवरिया कैलानी निवासी हरिनारायण सिंह के रूप में हुई है।
नौबतपुर में पुलिस ने पीटने से बचाया वृद्ध को 
नौबतपुर के मोहनीपोखर गांव समीप शुक्रवार को एक वृद्ध को बच्चा चोर कहकर लोगों ने बंधक बना लिया। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर आरोपित को अपने कब्जे में लिया और थाने ले आई। पूछताछ में वृद्ध की पहचान रानिया तालाब निवासी के रूप में हुई। थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया  वृद्ध दो दिनों से खाया तक नहीं खाया था। उसे खाना खिलाकर घर भेजा गया।
चोर समझ वृद्ध को मार डाला
इसके पहले पटना में ही उन्मादी भीड़ ने बुधवार को एक वृद्ध को मार डाला था। मोबाइल चोरी के शक पर भीड़ ने मानसिक रूप से अस्वस्थ हरिलाल पासवान (60) की बुरी तरह पिटाई कर दी, जिसके कारण पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र में एक्जीबिशन रोड चौराहे के समीप शशि कॉम्प्लेक्स के पास बुधवार की तीन बजे हुई थी। थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पिटाई की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। इसमें कॉम्प्लेक्स का गार्ड रंजीत यादव, छाबड़ा स्‍पोर्ट्स नामक दुकान का कर्मचारी सोनू, टेंपो चालक योगेंद्र और पिकअप वैन चालक सुधीर यादव शामिल हैं। अब उनके खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गया की महिला से मारपीट 
गया में शुक्रवार को पति के शराब पीने की लत से परेशान महिला एक ओझा से मिलने जा रही थी। इसी दौरान खरांट गांव के ग्रामीणों ने उसे बच्चा चोर समझ पकड़ लिया और उसके साथ गालीगलौज व मारपीट की। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने महिला को मुक्त कराया।
गया जिले के खिजरसराय थाना के सरबदहा  निवासी राजेश ठठेरा को दो पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। राजेश अक्सर शराब पीकर घर आता था। इसको लेकर उसकी पत्नी माधुरी देवी परेशान थी। परेशान माधुरी देवी शुक्रवार को थाना के बलियारी गांव एक ओझा से मिलने जा रही थी।
पुलिस की उड़ गई है नींद  
बच्चा चोर की अफवाह उड़ा राह चलते लोगों की पिटाई करने की घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। मॉब लिंचिंग के इन मामलों में कुछ जगह मौका रहते पुलिस पहुंच गई तो कहीं देरी पर बवाल का सामना करना पड़ा। एसएसपी गरिमा मलिक ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है और मातहतों को निर्देश दिया है कि ऐसे गिरोह को जल्द से जल्द चिह्नित करें, ताकि बड़ी वारदात और विधि-व्यवस्था की समस्याओं पर अंकुश लगाया जा सके। इसके साथ ही उन्‍होंने भीड़ तंत्र पर प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया है।
साइबर सेनानी को बनाएं प्रभावी
थानाध्यक्षों ने पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपने क्षेत्र के प्रबुद्ध और समाजसेवा में सक्रिय लोगों को साथ लेकर एक वाट्सएप ग्रुप बनाया है, जिसका नाम साइबर सेनानी रखा गया है। इसका उद्देश्य है कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित गलत समाचार और अफवाहों की जानकारी ग्रुप में दी जाए, ताकि थानाध्यक्ष फौरन उस पर कार्रवाई कर सकें। हालांकि ग्रुप का मकसद लोग समझ नहीं पाए हैं। एसएसपी ने थानाध्यक्षों को निदेशित किया है कि वे ग्रुप को प्रभावी बनाएं।
माइक से उद्घोषणा करा रही पुलिस
पटना पुलिस वाट्सएप ग्रुप और फेसबुक सहित अन्य माध्यमों से लोगों से अपील कर रही है कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाए। अगर कोई आपत्तिजनक वीडियो, ऑडियो या फोटो भेज कर लोगों को हिंसा के लिए उत्तेजित करता हो, तो इसकी जानकारी तुरंत 100 नंबर अथवा स्थानीय थाने को दें। एसएसपी ने बताया कि माइक से कुछ इलाकों में उद्घोषणा भी कराई गई है। साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के भीड़ वाले स्थानों पर लगातार सूचना प्रसारित कराते रहें।






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