अरूण जेटली टेबल राजनीति के खिलाडी व सिब्बल के क्लोन थे
Vishnu Gupt
अरूण जेटली टेबल राजनीति के सिद्ध खिलाडी थे। टेबल राजनीति के सिद्ध होने के कारण ही वे राजनीति के शिखर पर पहुचे थे।आम आदमी से इनका कोई लेना-देना नहीं होता था, बडे और पेजथ्री संस्कृति के लोग ही इनके नजदीक होते थे। उन्होंने कोई संसदीय चुनाव नहीं जीता।
——— नरेन्द्र मोदी लहर में 2014 में अमृतसर लोकसभा सीट से जेटली चुनाव हार गये थे फिर भी उन्हें नरेन्द्र मोदी मत्रिमंडल मे जगह मिली।
——– अभी तक इस तथ्य का कोई राज सामने आया नही है कि अरूण जेटली जब तक वित्त मंत्री थे तब तक भ्रष्ट कांग्रेसियों जैसे पी चिदम्बरम, सोनिया सास के भ्रष्ट दामाद राबर्ट बाढरा, प्रफुल्ल पटेल, शशि थरूर के खिलाफ ईडी और अन्य जांच एजेसियां वीरता क्यों नहीं दिखा पायी थी। अरूण जेटली के मंत्रिमंडल में फिर से शामिल नहीं होने और नये वित्त मंत्री के शपथ लेते के साथ ही ईडी, सीबीआई और अन्य जांच एजेसियां चिदम्बरम आदि पर चढ बैठी हैं। अब प्रश्न उठता है कि रोडा कौन था?
———— वित्त मंत्री के साथ ही साथ जेटली सूचना प्रसारण मंत्री भी रहे हैं, सूचना प्रसारण मंत्री के तौर पर दूरदर्शन आदि में हुई नियुक्तियों का विश्लेषण आप करेंगे तो इनका हिन्दू द्रोह साफ झलकेगा।
——————– मीडिया में जगत में हमेशा चर्चा होती थी कि ये कपिल सिब्बल के क्लोन हैं। चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, शशि थरूर आदि के ये अच्छे दोस्त थें। राजनीति में बहुत सारी मजबूरियां होती हैं जिसे हथकडा बना कर जेटली जैसे राजनीतिज्ञ शिखर तक पहुंच जाते है।
जेटली के आईकाॅन शाहरूख खान और रार्बट बढेरा
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अरूण जेटली की बेटी की शादी में प्रमुख अतिथियों में शाहरूख खान और रार्बट बढेरा थे। जब अन्य आंमत्रित लोगों ने इन दोनों को देखा तो दांतो तले उंगलियों दबा लिये थे। शाहरूख खान ने कहा था कि अगर नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनेगा तो फिर मैं देश छोड दूंगा। फिर शाहरूख खान को आयकर राहत मिल गयी। अब आप सब खुद विचार कर लीजिये
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