Wednesday, March 13th, 2019
पोस्टर वार में भाजपा पर चढ़ गया जदयू
वीरेंद्र यादव.पटना. सीटों के बंटवारे में उलझे जदयू और भाजपा के बीच जदयू प्रचार युद्ध में भाजपा पर चढ़ गया है, उससे बढ़त ले ली है। जदयू का प्रदेश कार्यालय नये पोस्टरों से भर दिया गया है। इन पोस्टरों में नीतीश कुमार के साथ प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरसीपी सिंह की तस्वीर है। पार्टी का भविष्य माने जा रहे प्रशांत किशोर पोस्टर से गायब हैं। यह पोस्टर बाजार का एक पक्ष है। दूसरा पक्ष है कि पार्टी के एक नेता का कारोबार पोस्टर-होर्डिंग का ही है।Read More
आखिर बिहार की बाउंस लेती पिच पर क्यों खेल रही कांग्रेस
आखिर बिहार की बाउंस लेती पिच पर क्यों खेल रही कांग्रेस महेंद्र यादव ( hindi.theprint.इन से साभार ) वैसे तो कांग्रेस पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में जीतकर केंद्र में सत्ता पाने, बल्कि प्रधानमंत्री पद भी पाने के लिए पूरी जोर-आजमाइश करती दिख रही है, लेकिन इस क्रम में वो अंधेरी गलियों में भटकती हुई कुछ बड़ी गलतियां करती दिख रही है. कांग्रेस की सबसे ज्यादा बेचैनी उत्तर प्रदेश में बड़ी कामयाबी पाने को लेकर दिख रही है. वह उस कहावत से नुकसानदायक हद तक प्रभावित दिख रही है किRead More
लोकसभा चुनाव 2019: बिहार के सुशासन नगर में ‘लालटेन’ ही फैला रही है रौशनी
पुष्यमित्र (hindi.asiavillenews.कॉम से साभार) ‘लोग अंधकार से डरते थे. माता-पिता अपने बच्चे को समझाते थे कि बाबू बाहर मत जाओ, बाहर भूत है. भूत का भय दिखाकर बच्चों को नियंत्रित रखते थे. और जरूरत पड़ने पर लोग लालटेन का इस्तेमाल करते थे, ढिबरी का इस्तेमाल करते थे. किरासन तेल का प्रयोग करते थे. आज घर-घर बिजली पहुंच गई. भूत भी भाग गया और लालटेन की जरूरत खत्म हो गई, इस पूरे बिहार से.’ ये शब्द बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हैं. तीन मार्च को पटना में आयोजित एनडीएRead More
ममता दीदी के बंगाल में लॉटरी एडिक्शन क्यों नहीं बनता चुनावी मुद्दा
ममता दीदी के बंगाल में लॉटरी एडिक्शन क्यों नहीं बनता चुनावी मुद्दा पुष्यमित्र (biharcoverez.कॉम से साभार) ममता दीदी के बंगाल में जिस चीज ने सबसे पहले मेरा ध्यान खींचा, वह थी लॉटरी. जिस किसी बाजार से होकर मैं गुजर रहा था, हर दस कदम पर एक लॉटरी का स्टॉल नजर आ जाता. और किसी भी स्टॉल पर चाहे वह बेंच पर ही टिकट रख कर क्यों न बेच रहा हो, चार लोग खड़े जरूर दिख रहे थे. अब चुकि मैं जिस इलाके से हूं, वहां के लिए यह दृश्य अकल्पनीयRead More